बैतूल/भोपाल। मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा पिछले डेढ़ सप्ताह से लगातार धरना प्रदर्शन जारी है. इसी के तहत बैतूल में भी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का 11 दिन से धरना-प्रदर्शन चल रहा है. रविवार को संविदा कर्मचारियों ने अपने आप को जंजीरों में कैद कर रैली निकालकर कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शनकारियों ने शनिवार को भोपाल के जेपी अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी को घेर लिया था. उसके पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए 10 से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तारी के सख्त विरोध के बाद रविवार देर शाम उन्हें रिहा भी कर दिया गया. (Health workers protested imprisoned in handcuffs) (Memorandum handed over to collectorate)
शिवराज और उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजीः स्वास्थ्यकर्मी अपने प्रदशर्न के दौरान प्रतिदिन विरोध करने का कोई नया तरीका लेकर आते हैं. इस बार उन्हाेंने हाथों में जंजीर बांधकर धरना स्थल पर प्रदर्शन के साथ रैली भी निकाली. इस दौरान वह शिवराज और उनकी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी करते रहे. नारेबाजी करते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी 2 सूत्री मांगों का हवाला भी लगातार देते रहे. जंजीरों में खुद को जकड़कर वह नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट तक गए और वहां उन्होंने कलेक्टर को अपना ज्ञापन सौंपा. (Slogans raised against shivraj and his government) (Betul contract health workers taking out a rally)
भोपाल में हुई गिरफ्तारी के विरोध में ज्ञापन सौंपाः संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भोपाल में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की गिरफ्तारी के विरोध में यह प्रदर्शन किया. संविदा कर्मचारियों ने बताया कि कल भोपाल में प्रदर्शन के दौरान संविदा कर्मचारियों को रस्सी में बांधकर जेल भेजा गया था. उसके विरोध में हमने यह प्रदर्शन किया है. 11 वें दिन हड़ताल पर रहे जिले भर से करीब 700 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी शामिल हुए. प्रदर्शन के दौरान महिला कर्चचारी भी लगातार नारेबाजी करतीं रहीं.(Memorandum submitted against arrest in bhopal)
पेशेवर मुजरिम की तरह व्यवहार किया गयाः इस संबंध में संविदा कर्मचारी विनय का कहना है कि संविदा कर्मी सरकार के द्वारा लाई गई नीति को लागू करवाने के लिए धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. भोपाल में संविदा कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस के द्वारा की गई कार्यवाही का भी संविदा कर्मी विरोध कर रहे हैं. वहीं डॉ. गोविंद का कहना है कि भोपाल में संविदा कर्मियों की गिरफ्तारी को लेकर यह प्रदर्शन किया गया है. जिस तरफ पुलिस भोपाल में कर्मचारियों को पकड़ कर ले गई उसी तरह जंजीरों में बंधकर हम लोग यहां ज्ञापन देने आए हैं. पुलिस ने उन कर्मचारियों के खिलाफ पेशेवर मुजरिम तरह व्यवहार किया जो कतई उचित नहीं है. (Treated like a professional criminal)