बैतूल। आज के दौर में सोशल मीडिया का महत्व काफी बढ़ गया है. ये लोगों को एक-दूसरे से जोड़ने का काम करती है. तमाम सूचनाओं के साथ ही ये कई चीजों में सकारात्मक भूमिका भी निभा रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया बैतूल में, जहां सोशल मीडिया की मदद से पश्चिम बंगाल से 7 साल पहले लापता हुई महिला मिली.
सोशल मीडिया का प्लेटफॅार्म बिछड़ों को मिलाने में भी मददगार साबित हो रहा है. सोशल मीडिया की मदद से 7 साल बाद एक महिला अपने घर वापस लौट पाई है. दरअसल 2012 में पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के गांव तेलिजन से आलोका अचानक गायब हो गई थी. काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चलने पर परिजनों ने उसे मृत समझ लिया. वहीं दूसरी ओर अपने घर से 1200 किलोमीटर दूर मध्य प्रदेश के बैतूल के झल्लार में वो कभी मंदिर में रात गुजार रही थी, तो कभी किसी के घर के दालान में. बता दें कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है
पांच दिन पहले गांव के एक डॉक्टर ने उससे बंगाली में बात की और उसके घर का पता ठिकाना निकल आया. जिसके बाद व्हाट्सएप पर आलोका के फोटो और वीडियो का आदान-प्रदान हुआ. सोशल मीडिया के जरिए ही आलोका के परिजनों का पता चल गया. महिला के 7 साल बाद मिल जाने से उसका पति,,बेटा और परिजन बेहद खुश हैं. वहीं पुलिस भी सोशल मीडिया की ताकत को मान रही है.