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बैतूल: पारसडोह डैम के पहली बार खुले 6 गेट, सफलता पूर्वक हुई रूटीन टेस्टिंग - 6 गेट खुले

बैतूल में ताप्ती नदी पर बने पारसडोह डैम के 6 गेटों को रूटीन टेस्टिंग के लिए पहली बार खोला गया. जिसे देखने के लिए आस-पास के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे.

पारसडोह डैम के पहली बार खुले 6 गेट
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Published : Aug 21, 2019, 11:40 PM IST

बैतूल। ताप्ती नदी पर बने बैतूल जिले के सबसे बड़े पारसडोह डैम के 6 गेटों को रूटीन टेस्टिंग के लिए पहली बार खोला गया, जो सफल रहा. इस वक्त डैम में लगभग 42 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी भरा है. 18 करोड़ की लागत से बने इस डैम की क्षमता 69.81 मीलियन क्यूबिक मीटर है, इस डैम का निर्माण 2017 में किया गया था.

पारसडोह डैम के पहली बार खुले 6 गेट

डैम के गेट खुलने से पहले जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री और एसडीएम द्वारा पूजन-पाठ कि गया. पहली बार डैम के गेट खुलने की सूचना मिलने पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग यहां बड़ी संख्या में पहुंचे थे.


जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री का कहना है कि बांध निर्माण के बाद पर्याप्त जलभराव होने पर पारसडोह डैम के 6 गेट एक-एक फिट खोलकर टेस्टिंग की गई. सफलता पूर्वक टेस्टिंग होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है. बताया जा रहा है कि आगामी रवि फसल के लिए 5 से 6 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए किसानों को भरपूर पानी उपलब्ध कराया जाएगा.

बैतूल। ताप्ती नदी पर बने बैतूल जिले के सबसे बड़े पारसडोह डैम के 6 गेटों को रूटीन टेस्टिंग के लिए पहली बार खोला गया, जो सफल रहा. इस वक्त डैम में लगभग 42 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी भरा है. 18 करोड़ की लागत से बने इस डैम की क्षमता 69.81 मीलियन क्यूबिक मीटर है, इस डैम का निर्माण 2017 में किया गया था.

पारसडोह डैम के पहली बार खुले 6 गेट

डैम के गेट खुलने से पहले जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री और एसडीएम द्वारा पूजन-पाठ कि गया. पहली बार डैम के गेट खुलने की सूचना मिलने पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग यहां बड़ी संख्या में पहुंचे थे.


जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री का कहना है कि बांध निर्माण के बाद पर्याप्त जलभराव होने पर पारसडोह डैम के 6 गेट एक-एक फिट खोलकर टेस्टिंग की गई. सफलता पूर्वक टेस्टिंग होने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है. बताया जा रहा है कि आगामी रवि फसल के लिए 5 से 6 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए किसानों को भरपूर पानी उपलब्ध कराया जाएगा.

Intro:बैतूल ।। जिले की ताप्ती नदी पर लगभग 18 करोड़ से बने 69.81 मीलियन क्यूबिक मीटर क्षमता वाले पारसडोह डेम के 6 गेटों को रूटीन टेस्टिंग के लिए बुधवार को पहली बार आधा-आधा मीटर गेट खोले गए। मौजूदा स्थिति में पारसड़ोह डेम मे लगभग 42 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी भरा हुआ है । भाजपा के पूर्व विधायक हेमंत खंडेलवाल के अथक प्रयासों से इस डैम का निर्माण 2017 में सम्पन्न हुआ था ।
Body:गेट खुलने के पुर्व जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री और एसडीएम द्वारा पूजन पाठ कर गए गेट खुलने की कार्यवाही की गई। पहली बार डेम के गेट खुलने की सूचना मिलने पर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग यहां पहुंचे थे । वही आठनेर पुलिस द्वारा धनोरा स्थित ताप्ती पारसडोह पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे।

जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री की माने तो बांध निर्माण के बाद पर्याप्त जलभराव होने पर पारसडोह डेम के 6 गेट एक एक फिट खोलकर टेस्टिंग की गई। सफलता पूर्वक टेस्टिंग होने पर क्षेत्र के लोगों में हर्ष हैं। आगामी रवि फसल सिजन मे लगभग 5 से 6 हजार हेक्टेयर मे सिंचाई के लिए किसानों को भरपूर पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
Conclusion:बता दे कि पारसडोह डैम के निर्माण के बाद ही इस साल गर्मी के सीजन में बैतूल में जलसंकट की स्थिति उत्पन्न नही हुई ।

बाईट -- जीपी सिलावट ( कार्यपालन यंत्री, जलसंसाधन विभाग )

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