बड़वानी। अंजड़ नगर के पास नर्मदा नदी किनारे स्थित दतवाड़ा गांव के चंगा आश्रम में बीते 3 महीनों से एक सफेद कौआ आ रहा है. जो धीरे-धीरे आश्रम के संचालक स्वामी चिन्मय से घुल मिल गया है. स्वामी जी जब उसे आवाज लगाते हैं या खाने की चीज देते हैं तो चुगने के लिए नीचे आ जाता है. करोड़ों में एकाध दिखाई देने वाला सफेद कौआ लोगों के बीच कौतूहल का विषय बन गया है.
3 महीने से आश्रम में आ रहा कौआ
पिछले 3 महीने से आश्रम में रह रहे सफेद कौए का आना दतवाड़ा के रहवासियों और आश्रम के स्वामी जी के लिए अप्रत्याशित था. लेकिन अब वो अन्य पक्षियों के साथ नियमित आता है, चिन्मय स्वामी ने बताया कि सफेद कौआ रोजाना कुछ काले कौऐ के साथ सुबह आता है और दिनभर आश्रम में रहने के बाद शाम को वापस चला जाता है.
चिन्मय स्वामी ने बताया कि सफेद कौआ दुर्लभ होने के साथ-साथ करोड़ों में एकाध होता है. उन्होंने 40 साल पहले बनारस में इस तरह का सफेद कौआ दिखाई दिया था, इसे देखना शुभ प्रतीक माना जाता है. साथ ही बताया कि ये माता धूमावती (सती का एक रूप) का वाहन होने से पवित्र और शुभ माना जाता है.