ETV Bharat / state

आंखफोड़वा कांड के 4 साल बाद भी नेत्र विभाग के हालात बदतर, सहायक के भरोसे डिपार्टमेंट

बड़वानी के जिला अस्पताल में नेत्र यूनिट में पदस्थ दो डॉक्टर करीब दो महीने से अवकाश पर हैं, जिसके चलते नेत्र यूनिट में आंखों की जांच नेत्र सहायकों के भरोसे है.

eye unit n the barwani district hospital relies on eye assistants
नेत्र सहायक के भरोसे विभाग
author img

By

Published : Jan 21, 2020, 1:00 PM IST

Updated : Jan 21, 2020, 3:15 PM IST

बड़वानी। जिला अस्पताल में नेत्र यूनिट इन दिनों नेत्र सहायकों के भरोसे ही चल रहा है. उनकी जांच के आधार पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए मरीजों को इंदौर के निजी अस्पताल भेजा जा रहा है. जहां करीब 35 मरीजों की आंखों की जांच कर इंदौर निजी अस्पताल भेजा गया. नेत्र विभाग में पदस्थ दो डॉक्टर करीब दो महीने से अवकाश पर हैं, ऐसे में मरीजों को नेत्र सहायकों से जांच करवाना उनकी मजबूरी हो गई है.

नेत्र सहायक के भरोसे विभाग

जिले में 4 साल पहले हुए आंखफोड़वा कांड जिसमें 67 लोगों की आंखें प्रभावित हुई थीं, इस घटना के बाद जिला अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. वहीं बमुश्किल शुरू हुआ, तो डॉक्टरों के अभाव में झाबुआ और अन्य जिलों से डॉक्टर ऑपरेशन करने आते हैं. ऐसा नहीं है कि यहां नेत्र विभाग में डॉक्टर नहीं हैं, यहां दो डॉक्टर पदस्थ हैं, लेकिन वे करीब दो माह से अवकाश पर हैं. ऐसे में नेत्र विभाग में आंखों की जांच नेत्र सहायकों के भरोसे है, जो रोजाना 25 से 30 मरीजों की आंखों की जांच करते हैं.

बड़वानी। जिला अस्पताल में नेत्र यूनिट इन दिनों नेत्र सहायकों के भरोसे ही चल रहा है. उनकी जांच के आधार पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए मरीजों को इंदौर के निजी अस्पताल भेजा जा रहा है. जहां करीब 35 मरीजों की आंखों की जांच कर इंदौर निजी अस्पताल भेजा गया. नेत्र विभाग में पदस्थ दो डॉक्टर करीब दो महीने से अवकाश पर हैं, ऐसे में मरीजों को नेत्र सहायकों से जांच करवाना उनकी मजबूरी हो गई है.

नेत्र सहायक के भरोसे विभाग

जिले में 4 साल पहले हुए आंखफोड़वा कांड जिसमें 67 लोगों की आंखें प्रभावित हुई थीं, इस घटना के बाद जिला अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. वहीं बमुश्किल शुरू हुआ, तो डॉक्टरों के अभाव में झाबुआ और अन्य जिलों से डॉक्टर ऑपरेशन करने आते हैं. ऐसा नहीं है कि यहां नेत्र विभाग में डॉक्टर नहीं हैं, यहां दो डॉक्टर पदस्थ हैं, लेकिन वे करीब दो माह से अवकाश पर हैं. ऐसे में नेत्र विभाग में आंखों की जांच नेत्र सहायकों के भरोसे है, जो रोजाना 25 से 30 मरीजों की आंखों की जांच करते हैं.

Intro:बड़वानी जिले में 4 साल पहले हुए आंख फोड़वा कांड जिसमें 67 लोगों की आंखें प्रभावित हुई थी, उसके बाद जिला अस्पताल में मोतियाबिंद का ऑपरेशन बंद कर दिया गया था। वहीं बमुश्किल शुरू हुआ तो डाक्टरों के अभाव में झाबुआ व अन्य जिलों से डॉक्टर ऑपरेशन करने आते हैं। ऐसा नहीं है की यहां नेत्र विभाग में डॉक्टर नहीं है, दो डॉक्टर पदस्थ है वह करीब 2 माह से अवकाश पर है। ऐसे में नेत्र विभाग में आंखों की जांच नेत्र सहायको के भरोसे है जो प्रतिदिन 25 से 30 मरीजों की आंखों की प्रतिदिन जांच करते हैं।


Body:जिला अस्पताल में नेत्र यूनिट इन दिनों नेत्र सहायकों के भरोसे ही चल रही है, उनकी जांच के आधार पर मोतियाबिंद के ऑपरेशन हेतु इंदौर के निजी अस्पताल भेजा जा रहा है । करीब 35 मरीजों की आंखों की जांच कर उन्हें इंदौर निजी अस्पताल भेजा गया।। नेत्र विभाग में पदस्थ दो डॉक्टर एक साथ करीब 2 महीने से अवकाश पर है ऐसे में मरीजों को नेत्र सहायकों से जांच करवाना उनकी मजबूरी हो गई है । अस्पताल प्रशासन 4 साल पहले हुए नेत्र कांड से कोई सबक नहीं लिए हुए हैं वहीं तमाम सुविधा होने के बावजूद जिला अस्पताल में आंखों का ऑपरेशन सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है जिसके चलते मरीजों का शासन द्वारा निशुल्क इलाज इंदौर के निजी अस्पताल में कराना पड़ रहा है। निजी अस्पताल के ही वाहन से मरीजों को आने-जाने की सुविधा दी गई है ,अगर जिला मुख्यालय अस्पताल में ही डॉक्टर मरीजों का ऑपरेशन करते हैं तो आने जाने का समय तो बचेगा ही साथ ही अन्य खर्चों से भी छुटकारा मिलेगा।
बाइट01-अनिल राठौर-नेत्र सहायक,जिला अस्पताल


Conclusion:बड़वानी जिला अस्पताल में आसपास से अन्य जिलों से भी मरीज आंखों की जांच करवाने आते हैं ऐसे में डॉक्टरों के अभाव में उन्हें या तो निजी अस्पताल का रुख करना होता है या नेत्र सहायक को से ही अपना इलाज करवाना होता है ।जबकि यहां 4 साल पहले आपरेशन के बाद कई मरीजों की आंखों की रोशनी भी चली गई थी इसके बावजूद इससे सबक लेने के बजाय अस्पताल प्रशासन नेत्र सहायकों के भरोसे हैं। ईटीवी भारत मध्य प्रदेश।
Last Updated : Jan 21, 2020, 3:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.