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पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में रोज मर रहीं गायें, गौ शालाएं बनकर तैयार, लोकार्पण का इंतजार

बड़वानी जिले में लगातार गायों की सड़क हादसे सहित अन्य कारणों के चलते मौत हो रही है. इसके बावजूद प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

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पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में रोज मर रही गायें
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Published : Aug 25, 2020, 4:12 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 5:52 PM IST

बड़वानी। प्रदेश के पशुपालन मंत्री के जिले में ही गायों की हालात बद से बदतर है. हर गली, चौराहे और मोहल्लों में गाय और बछड़े सामूहिक रूप से बीच रास्ते में बैठे नजर आते हैं. जिससे कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते हो जाते हैं, तो कभी गोवंश वाहनों की चपेट में आ जाते हैं. वहीं कई बार बीमारियों के चलते गोवंश असमय काल के गाल में समा जाते हैं, लेकिन इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. खास बात यह है कि जिले में गौशाला बनकर तैयार हैं, इसके बाद भी लोकार्पण नहीं हुआ है.

पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में रोज मर रहीं गायें

शहर में आए दिन गाय सड़क हादसों का शिकार हो रही है. वहीं प्रशासन के जिम्मेदार लापरवाही और जनप्रतिनिधि राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कांग्रेस की अल्पावधि वाली सरकार में जिले भर में गौशालाएं बनकर तैयार हो गई थीं, लेकिन सत्ता पलट की वजह से इसका लोकार्पण होते होते रह गया. एक और कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा का कहना है कि जिले में गौ शालाएं बनकर लोकार्पण का इंतजार कर रही है. वहीं दूसरी और प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल इन गौ शालाओं को अधूरी बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं. साथ ही नया कानून बनाकर गायों को संरक्षण देने की बात कर रहे हैं. गायों की लगातार हो रही मौत से द्रवित गौ सेवक ने तलवाड़ा बुजुर्ग में बनकर तैयार गौशाला का उद्घाटन करने की मांग की है. बता दें कि इससे पहले पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन का दो बार और पशुपालन मंत्री का एक बार गौशाला लोकार्पण कार्यक्रम निरस्त हो चुका है.

वहीं नगरपालिका सीएमओ भी ने इस बात को स्वीकार किया है कि शहर में लगातार गायों की मौत हो रही है. उन्होंने अपनी असमर्थता जताते हुए कहा कि कांजी हाऊस में जगह की कमी है. साथ ही कहा कि आवारा घूम रहे पशुओं को पालकों पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल तो इस बात का इंतजार है कि शासन और प्रशासन इस ओर कब ध्यान देता है.

बड़वानी। प्रदेश के पशुपालन मंत्री के जिले में ही गायों की हालात बद से बदतर है. हर गली, चौराहे और मोहल्लों में गाय और बछड़े सामूहिक रूप से बीच रास्ते में बैठे नजर आते हैं. जिससे कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते हो जाते हैं, तो कभी गोवंश वाहनों की चपेट में आ जाते हैं. वहीं कई बार बीमारियों के चलते गोवंश असमय काल के गाल में समा जाते हैं, लेकिन इस ओर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है. खास बात यह है कि जिले में गौशाला बनकर तैयार हैं, इसके बाद भी लोकार्पण नहीं हुआ है.

पशुपालन मंत्री के क्षेत्र में रोज मर रहीं गायें

शहर में आए दिन गाय सड़क हादसों का शिकार हो रही है. वहीं प्रशासन के जिम्मेदार लापरवाही और जनप्रतिनिधि राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं. कांग्रेस की अल्पावधि वाली सरकार में जिले भर में गौशालाएं बनकर तैयार हो गई थीं, लेकिन सत्ता पलट की वजह से इसका लोकार्पण होते होते रह गया. एक और कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा का कहना है कि जिले में गौ शालाएं बनकर लोकार्पण का इंतजार कर रही है. वहीं दूसरी और प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल इन गौ शालाओं को अधूरी बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं. साथ ही नया कानून बनाकर गायों को संरक्षण देने की बात कर रहे हैं. गायों की लगातार हो रही मौत से द्रवित गौ सेवक ने तलवाड़ा बुजुर्ग में बनकर तैयार गौशाला का उद्घाटन करने की मांग की है. बता दें कि इससे पहले पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन का दो बार और पशुपालन मंत्री का एक बार गौशाला लोकार्पण कार्यक्रम निरस्त हो चुका है.

वहीं नगरपालिका सीएमओ भी ने इस बात को स्वीकार किया है कि शहर में लगातार गायों की मौत हो रही है. उन्होंने अपनी असमर्थता जताते हुए कहा कि कांजी हाऊस में जगह की कमी है. साथ ही कहा कि आवारा घूम रहे पशुओं को पालकों पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल तो इस बात का इंतजार है कि शासन और प्रशासन इस ओर कब ध्यान देता है.

Last Updated : Aug 25, 2020, 5:52 PM IST
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