बड़वानी। सेंधवा में कार्यरत एक शासकीय कर्मचारी को कलेक्टर द्वारा बिना किसी गलती के निलंबित करने का मामला सामने आया है. जिसको लेकर कर्मचारी खुद को सही साबित करने के लिए कलेक्टर कार्यालय के चक्कर लगा रहा है.
पीड़ित कर्मचारी का कहना है जिस कारण उसे निलंबित किया गया है उस काम के लिए उसे कभी कहा नहीं गया जबकि निलंबन पहले हुआ, नोटिस बाद में जारी हुआ. जिस काम के लिए कर्मचारी को निलंबित किया गया है. उस काम का आदेश भी उसे निलंबन की बाद की तारीख में जारी हुआ है.
बता दें, सेंधवा में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में हैंडपंप टेक्नीशियन के पद पर पदस्थ सतीश गुप्ता को राशन मित्र सर्वे सत्यापन काम में रुचि न लेने के चलते, अनुविभागीय अधिकारी द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किए गए था, जिसका उत्तर ना दिए जाने पर कलेक्टर के आदेश पर सतीश गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है.
इस पर पीड़ित सतीश का कहना है कि विभाग द्वारा उसे कभी सर्वे कार्य के लिए आदेशित नहीं किया गया और ना ही इसका प्रशिक्षण दिया गया. साथ ही उन्हें किसी सर्वे के लिए कोई सामग्री दी नही दी गई. वहीं उनका कहना है कि विभाग द्वारा इस कार्य में लापरवाही करने संबंधी सूचना पत्र भी उन्हें प्राप्त नहीं हुआ जिसका वो उत्तर देते.
ऐसे में एक कर्मचारी को बिना किसी कारण निलंबित करने की कार्रवाई को लेकर राजस्व अधिकारी व कलेक्टर पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.