बड़वानी। जिले में नर्मदा किनारे से लगे जिन गांवों का सर्वे होने के बाद उन्हें सरदार सरोवर बांध में डूब से बाहर मान लिया गया था. अब उन्हीं गांवों में लगभग 134 मीटर बैक वाटर के चलते बाढ़ का पानी भरने का खतरा बढ़ गया है. अगर बाढ़ का पानी गांवों में भरता है. तो सभी गांव टापू बन जाएगे.
नर्मदा के किनारे बसे कसरावद में सरदार सरोवर बांध का पानी घुस रहा है. जिससे गांव के कई मकान और मंदिर जलमग्न हो गए हैं. . मलवाड़ा में सरदार सरोवर बांध को भरने के कारण बैक वाटर किनारों को छोड़कर गांव में घुस रहा है. वर्ष 2000 में अधिकारियों ने गांव के 210 मकानों का सर्वे कर 67 मकानों को डूब क्षेत्र में मानकर मकानों का मूल्यांकन किया था, जिसके चलते धारा 4 और 9 के तहत नोटिस भी दिए गए पर 19 साल बाद भी गांव वालों को कोई लाभ नहीं मिला है.
नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिसके चलते बाढ़ का पानी किनारे बसे गांवों में प्रवेश कर रहा है. लेकिन नर्मदा के दोनों छोर पर बसे कई गांवों को डूब से बाहर बता कर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं. जबकि गांव में बाढ़ का पानी बढ़ने से ग्रामीण डरे हुए हैं.