बालाघाट। गांगुलपारा जलाशय के स्लूस गेट के सुधार कार्य में लापरवाही बरतने पर प्रभारी एसडीओ वीके धुवारे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. यह कार्रवाई प्रदेश के आयुष एवं जल संसाधन विभाग के राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे के निर्देश पर जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता जी सुनैया ने की है. निलंबन अवधि में वीके धुवारे का मुख्यालय कार्यालय कार्यपालन यंत्री भारी मशीनरी संभाग बालाघाट में रखा गया है.
दरअसल राज्य मंत्री कावरे 18 जुलाई को गांगुलपारा जलाशय के निरीक्षण पर गए थे. इस दौरान उन्होंने देखा कि जलाशय का स्लूस गेट खराब होने के कारण जलाशय का पानी व्यर्थ में ही नहर में जा रहा है. जिसके कारण जलाशय में पानी का संग्रहण नहीं हो पा रहा है. साथ ही जलाशय में मत्स्य पालन करने वाली मछुआ सहकारी समिति सुरवाही के मछुआरों को भी मत्स्य पालन में पानी की कमी की सामना करना पड़ रहा है.
मंत्री कावरे ने पूर्व में भी सिंचाई विभाग के एसडीओ को समय रहते जलाशय के स्लूस गेट का सुधार कराने कहा था लेकिन इस समस्या पर जिम्मेदार अधिकारी व्ही के धुवारे द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया. राज्य मंत्री कावरे ने गांगुलपारा जलाशय के निरीक्षण के दौरान स्लूस गेट की हालत और उससे बाहर निकल रहे पानी को देखते हुए मौके पर ही सिंचाई विभाग के अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.