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बालाघाट: स्कूल परिसर बना शादी का हॅाल, हाईस्कूल के प्राचार्य को नहीं बच्चों की चिंता

बालाघाट मुख्यालय के पास स्थित आंवलाझरी में शासकीय स्कूल परिसर शादी का मंडप बन गया है. जिसके चलते बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है. बच्चों का कहना है कि प्राचार्य इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.

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Published : Feb 25, 2019, 10:36 AM IST

शादी के हॅाल में बदला स्कूल

बालाघाट। बालाघाट मुख्यालय के पास स्थित आंवलाझरी में शासकीय स्कूल परिसर शादी का मंडप बन गया है. जिसके चलते बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है. बच्चों का कहना है कि प्राचार्य इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.


दरअसल नवमी कक्षा के बच्चों की परीक्षा शुरू हो गई है. सुबह हुए पेपर में इसी तरह का माहौल देखने को मिला, जिससे समझा जा सकता है कि स्कूल प्रबंधन और जिले का शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य को लेकर कितना चिंतित है. इस स्कूल कैम्पस को 3 दिनों से शादी का मंडप लगाकर उपयोग किया जा रहा है. शादी के लिये डीजे साउंड सर्विस लगे हुये हैं. शादी का खाना तैयार करना और पर झूठे पत्तल भी स्कूल कैंपस में फेंके जा रहे हैं. और कक्षा में दरवाजा बंद कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. लेकिन छात्र-छात्राओं को इस तरह से पढ़ाई करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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शादी के हॅाल में बदला स्कूल


प्रायमरी स्कूल की प्रधानपाठिका ने बताया कि पूर्व में माध्यमिक शाला के पास इस कैम्पस को लेकर अधिकार था, इसलिये वह इस तरह की अनुमति नहीं देते थे. अब हाईस्कूल बनने के बाद अधिकार क्षेत्र हाईस्कूल के प्राचार्य को चला गया है और संभवत: उन्होंने ही मंडप लगाने की अनुमति दी है.


ग्राम पंचायत के सरपंच भी स्कूल परिसर के मंडप का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि उन्होंने ही गांव के लोगों की जनभावनाओं को देखते हुये स्कूल का कैंपस उपलब्ध कराया है. कक्षा 9वीं की परीक्षा को वे कोई बड़ी परीक्षा नहीं मानते हैं. हालांकि कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि यह नियम विरूद्ध है और प्राचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बीईओ और डीईओ को भी नोटिस भेजा जायेगा.

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शादी के हॅाल में बदला स्कूल
बता दें कि आंवलाझरी में शासकीय स्कूल कैम्पस में प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल की कक्षाओं का अलग-अलग संचालन हो रहा है. इसके अलावा प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र भी इसी परिसर में संचालित है.

बालाघाट। बालाघाट मुख्यालय के पास स्थित आंवलाझरी में शासकीय स्कूल परिसर शादी का मंडप बन गया है. जिसके चलते बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है. बच्चों का कहना है कि प्राचार्य इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं.


दरअसल नवमी कक्षा के बच्चों की परीक्षा शुरू हो गई है. सुबह हुए पेपर में इसी तरह का माहौल देखने को मिला, जिससे समझा जा सकता है कि स्कूल प्रबंधन और जिले का शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य को लेकर कितना चिंतित है. इस स्कूल कैम्पस को 3 दिनों से शादी का मंडप लगाकर उपयोग किया जा रहा है. शादी के लिये डीजे साउंड सर्विस लगे हुये हैं. शादी का खाना तैयार करना और पर झूठे पत्तल भी स्कूल कैंपस में फेंके जा रहे हैं. और कक्षा में दरवाजा बंद कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. लेकिन छात्र-छात्राओं को इस तरह से पढ़ाई करने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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शादी के हॅाल में बदला स्कूल


प्रायमरी स्कूल की प्रधानपाठिका ने बताया कि पूर्व में माध्यमिक शाला के पास इस कैम्पस को लेकर अधिकार था, इसलिये वह इस तरह की अनुमति नहीं देते थे. अब हाईस्कूल बनने के बाद अधिकार क्षेत्र हाईस्कूल के प्राचार्य को चला गया है और संभवत: उन्होंने ही मंडप लगाने की अनुमति दी है.


ग्राम पंचायत के सरपंच भी स्कूल परिसर के मंडप का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि उन्होंने ही गांव के लोगों की जनभावनाओं को देखते हुये स्कूल का कैंपस उपलब्ध कराया है. कक्षा 9वीं की परीक्षा को वे कोई बड़ी परीक्षा नहीं मानते हैं. हालांकि कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि यह नियम विरूद्ध है और प्राचार्य के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बीईओ और डीईओ को भी नोटिस भेजा जायेगा.

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शादी के हॅाल में बदला स्कूल
बता दें कि आंवलाझरी में शासकीय स्कूल कैम्पस में प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल की कक्षाओं का अलग-अलग संचालन हो रहा है. इसके अलावा प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र भी इसी परिसर में संचालित है.
स्कूल परिसर बना शादी हाल, डीजे व शादी से परेशान स्कूली बच्चे हाईस्कूल के प्राचार्य को नहीं बच्चों की चिंता।

बालाघाट- बालाघाट मुख्यालय के निकट स्थित आंवलाझरी में शासकीय स्कूल परिसर शादी का मंडप बन गया। शादी के चलते बच्चों की पढ़ाई करना दुश्वार हैं। लेकिन प्राचार्य को बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं हैं। 

 बता देवें कि आंवलाझरी में शासकीय स्कूल कैम्पस में प्रायमरी, मिडिल और हाईस्कूल की कक्षाओं का अलग-अलग संचालन हो रहा। इसके अलावा प्राथमिक उपस्वास्थ्य केंद्र भी इसी परिसर में हैं।

हाईस्कूल की कक्षा नवमी की परीक्षा प्रारंभ हो गई व नवमी का सुबह की पाली में प्रथम पेपर भी इसी तरह के माहौल में होना सामने आया। जिससे समझा जा सकता हैं कि स्कूल प्रबंधन व जिले के शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य को लेकर कितने चिंतित हैं। 

पर इस स्कूल कैम्पस को 3 दिनों से शादी का मंडप लगाकर उपयोग किया जा रहा। शादी के लिये डीजे साऊंड सर्विस लगे हुये है। शादी का खाना तैयार करना व वही पर भोजन कर जुठन व पत्तल को फेंकने का कार्य किया जा रहा।

शादी आयोजन ने बच्चों की पढ़ाई को प्रभावित कर दिया। बच्चे पढ़ नहीं पा रहे। कक्षा में दरवाजा बंद कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा। पढ़ाई में जमकर व्यवधान हो रहा। स्कूल परिसर में स्कूल चले हम अभियान का सूचना बोर्ड बच्चों के भविष्य को लेकर चिढ़ा रहा हैं।

बच्चे बताते हैं कि पढ़ाई बहुत ज्यादा प्रभावित हैं और वह पढ़ नहीं पा रहे हैं। स्कूल परिसर को शादी हाल बनाने से मुक्त करना चाहिए।

बाईट- कुमारी सुजैना कौशल छात्रा कक्षा आठवी।

  प्रायमरी स्कूल की प्रधानपाठिका ने बताया कि पूर्व में माध्यमिक शाला के पास इस कैम्पस को लेकर अधिकार था इसलिये वह इस तरह की अनुमति नही देते थे। अब हाईस्कूल बनने के बाद अधिकार क्षेत्र हाईस्कूल प्राचार्य को चले गया हैं। संभवत: प्राचार्य ने ही मंडप लगाने की अनुमति दी हैं। तीन दिन से मंडप लगा हैं और इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हैं। इसके पहले भी 4 बार मंडप हेतु स्कूल परिसर दिया जा चुका हैं। ऐसा किये जाने पर रोक लगना चाहिए। बच्चों के भविष्य के साथ ही संभावित अनहोनी को देखने की जरूरत हैं।

मीडिल स्कूल के प्रधानपाठक भी बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। बंद कमरे में पढ़ाने के संदर्भ में कहते हैं कि मजबूरी बन गई हैं। मंडप तीन दिन से लगे होने के कारण बच्चों को पढ़ाने व पढ़नें में व्यवधान हो रहा हैं। हाईस्कूल के प्राचार्य महेश शर्मा ने मंडप लगाने की अनुमति प्रदान की हैं। आज ही कक्षा नवमी की परीक्षा भी इसी तरह से माहौल में हुई हैं। 

बाईट- बी.आर.मेश्राम प्रधानपाठक मीडिल स्कूल

बाईट- श्रीमती रजंना पशीने प्रधानपाठक प्रायमरी स्कूल

  ग्राम पंचायत के सरपंच भी स्कूल परिसर के मंडप का समर्थन करते है और कहते हैं कि उन्होने ही गांव के लोगों की जनभावनाओं को देखते हुये उपलब्ध कराया हैं। कक्षा 9 वी की परीक्षा को वे लोकल परीक्षा मानते हैं।

हालांकि कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि यह नियम विरूद्ध हैं और प्राचार्य के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। बीईओ व डीईओ को नोटिस भेजा जायेगा।

बाईट- देवेंद्र मोहारे सरपंच आंवलाझरी।

बाईट- दीपक आर्य कलेक्टर बालाघाट।
श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट


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