बालाघाट। जिले के लांजी विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र के पहाड़ों एवं जंगलों में बसे ग्रामों के बैगा आदिवासियों को अब राशन लेने के लिए 20 से 30 किलोमीटर का पैदल सफर तय नहीं करना पड़ेगा. दूरस्थ अंचल के इन बैगा आदिवासियों के लिए जिला प्रशासन ने अब टेमनी में ही राशन दुकान प्रारंभ कर दी है, जहां 100 से अधिक बैगा आदिवासी टेमनी की राशन दुकान में राशन लेने के लिए पहुंचे.
राशन के लिए नहीं होना होगा परेशान
गौरतलब है कि टेमनी के स्कूल में प्रारंभ की गई नई राशन दुकान से राशन लेकर सभी बैगा आदिवासी बहुत खुश है. ग्राम टेमनी, सायर, संदूका एवं केराडेही के बैगा आदिवासी लोगों को हर माह राशन लेने के लिए 20 से 30 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर देवरबेली आना होता था, इस चक्कर में उनका पूरा दिन खराब हो जाता था और ऊपर से थकान हो जाती थी. लेकिन अब उन्हें राशन लेने के लिए देवरबेली नहीं जाना होगा, बल्कि राशन दुकान चलकर टेमनी में आ गई है. कलेक्टर दीपक आर्य के मार्गदर्शन में लांजी एसडीएम रविन्द्र परमार एवं एसडीओपी दुर्गेश आर्मो ने दूरस्थ क्षेत्र के इन ग्रामीणों की समस्या को समझा और उन्होंने ग्राम टेमनी, सायर, संदूका एवं केराडेही के बैगा आदिवासी लोगों की इस समस्या का निदान करने के लिए पहल की थी.
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सड़क बनाने का भी काम जारी
ग्राम सायर के 100 से अधिक बैगा आदिवासी टेमनी की राशन दुकान में राशन लेने के लिए पहुंचे. एसडीएम परमार ने बताया कि टेमनी में नई राशन दुकान के लिए भूमि आवंटित कर दी गई है और मनरेगा एवं अन्य योजना की राशि से उचित मूल्य दुकान के भवन का निर्माण किया जायेगा. टेमनी तक पहुंचने के लिए पक्की सड़क बनाने के लिए भी प्रयास किये जा रहे है.