ETV Bharat / state

नक्सल आहट पर बीजेपी सांसद की ललकार, पुलिस-सरकार से बड़ा गुंडा कौन ?

प्रदेश के एक मात्र नक्सल प्रभावी जिला बालाघाट में नक्सलियों के मूवमेंट की खबर आए दिन आती रहती हैं, ऐसे में नक्सलियों द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन को प्रभावित करने के सवाल पर सांसद ढाल सिंह ने कहा कि पुलिस और सरकार से बड़ा कोई गुंडा नहीं है. वहीं बालाघाट अपर कलेक्टर ने वैक्सीनेशन को लेकर कुछ जरूरी जानकारियां दी हैं.

preparation-of-vaccination-in-balaghat-district
वैक्सीनेशन की तैयारी
author img

By

Published : Jan 15, 2021, 10:08 PM IST

Updated : Jan 16, 2021, 6:51 AM IST

बालाघाट। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में बनाई गई वैक्सीन के टीकाकरण का प्रथम चरण 16 जनवरी 2021 से जिले में भी प्रारंभ किया जा रहा है. जिले में कोविड वैक्सीन के लगाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं, और 16 जनवरी को जिला चिकित्सा बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लांजी में इसका टीकाकरण प्रारंभ किया जाएगा.

वैक्सीनेशन की तैयार

कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान के लिए जिले में की गई तैयारियों की कलेक्टर दीपक आर्य ने 15 जनवरी को पत्रकारों को जानकारी दी और उनके सवालों के जवाब भी दिए. इस दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर फेंक नोबल ए, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. परेश उपलप एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

जबलपुर संभाग से बालाघाट जिले को मिले इतने डोज

कलेक्टर आर्य ने पत्रकारों को बताया कि 14 जनवरी को जबलपुर संभाग से बालाघाट जिले को कोविड वैक्सीन के 9660 डोज प्राप्त हो गये हैं. इन्हें जिला वैक्सीन स्टोर में सुरक्षित रखा गया है. कोविड वैक्सीन टीकाकरण के लिए जिले में 7898 लोगों का पंजीयन हो चुका है, इसमें से 7027 शासकीय स्वास्थ्य कर्मचारी और 871 प्रायवेट स्वास्थ्य कर्मचारी है. कोविड वैक्सीन टीकाकरण तीन चरणों में किया जाना है. प्रथम चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी में टीकाकरण किया जायेगा. प्रथम चरण में डॉ. सीएस पारधी, डॉ. रागिनी पारधी, डॉ. रोहित गुप्ता एवं डॉ. मती गुप्ता ने स्वैच्छा से कोविड वैक्सीन लगाने की सहमति प्रदान की है.

वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित

कलेक्टर आर्य ने बताया कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और विभिन्न चरणों के परीक्षण के बाद ही टीकाकरण के लिए उपलब्ध कराया गया है. अत: टीका लगाने से किसी को भी डरने की कोई जरूरत नहीं है. प्रथम चरण में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को, द्वितीय चरण में फ्रंट लाईन वर्कर और तृतीय चरण में 50 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों व 50 वर्ष से कम आयु के विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को कोविड वैक्सीन टीका लगाना है. 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली माताओं एवं जिन्हें किसी तरह की एलर्जी हो, उन्हें प्रथम चरण में यह टीका नहीं लगाया जाएगा.

अपर कलेक्टर ने दी विस्तार से जानकारी-

  • अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने इस दौरान पत्रकारों को बताया कि प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए जिला वैक्सीन स्टोर बालाघाट से वैक्सीन के 440 डोज लांजी पहुंचा दिये गये हैं. कोविड वैक्सीन को फ्रीजर में निर्धारित तापमान पर पूरी सुरक्षा में रखा गया है.
  • पहले चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी में 400-400 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा.
  • इनमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की एएनएम शामिल हैं.
  • प्रथम सप्ताह में शनिवार, सोमवार, बुधवार और गुरुवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक टीका लगाया जायेगा और एक दिन में 100 लोगों को ही टीका लगाया जायेगा.
  • टीके के एक वायल में 10 डोज रखे गये हैं. अत: टीकाकरण केन्द्र में टीका लगावाने आये 10 लोगों के मौजूद रहने पर ही टीके का वायल खोला जाएगा.
  • टीका लगवाने के बाद व्यक्ति को आधे घंटे के लिए टीकाकरण केन्द्र पर ही रूकना होगा.
  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय ने इस दौरान बताया कि कोविड वैक्सीन का टीका दाहिनी बांह में लगाया जाएगा. एक टीके में 0.5 मिली दवा का डोज दिया जायेगा.

न फैलने के भ्रम

टीकाकरण के दौरान टीका लगावाने के लिए आने वाले व्यक्ति के दस्तावेजों का सत्यापन भी किया जायेगा, यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और मन में इसको लेकर किसी तरह का भय या आशंका न होने दें.

डॉ. पांडेय ने बताया कि वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम के तहत दो बार वैक्‍सीन दी जाएगी. पहले व्यक्ति का कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा, जिसमें उसकी सारी जानकारी आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ द्वारा ली जाएगी. वैक्सीन लगने के एक दिन पहले उस व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा जानकारी भेजी जाएगी, कि उसे किस स्थान पर कितने समय पर जाना है. आधार या अन्य कोई दस्तावेज दिखाने के बाद ही वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन लगने के बाद एक एसएमएस और एक लिंक आएगा, एसएमएस में वैक्सीन लग जाने की जानकारी होगी और लिंक से सर्टिफिकेट मिल जाएगा.

नक्सल प्रभावी क्षेत्र में चुनौती

बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जहां पर आए दिन नक्सली गतिविधियां देखने को मिलती हैं. हालांकि को वैक्सीन को लेकर नक्सलियों द्वारा किसी प्रकार का विरोध या कोई टीका टिप्पणी नहीं की गई है. बात नक्सली गतिविधियों की करें तो उसको लेकर बालाघाट-सिवनी के सांसद ढाल सिंह बिसेन ने कहा है कि पुलिस और सरकार से बड़ा कोई गुंडा नहीं है. नक्सली गतिविधियों को सरकार और पुलिस मिलकर पूरी तरह कुचल देगी.

टीके के बाद भी मास्क जरूरी

द्वितीय चरण के टीकाकारण के लिए भी तैयारी प्रारंभ कर दी गई है, द्वितीय चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चरेगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किरनापुर में टीका लगाया जायेगा. कोविड वैक्सीन टीके का दूसरा डोज 28 दिनों के बाद लगाया जायेगा. टीका लगाने के बाद भी व्यक्ति को मास्क लगाना एवं अन्य सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि टीका लगाने के बाद एंटीबाडी तैयार होने में कुछ दिनों का समय लगता है.

बालाघाट। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में बनाई गई वैक्सीन के टीकाकरण का प्रथम चरण 16 जनवरी 2021 से जिले में भी प्रारंभ किया जा रहा है. जिले में कोविड वैक्सीन के लगाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं, और 16 जनवरी को जिला चिकित्सा बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लांजी में इसका टीकाकरण प्रारंभ किया जाएगा.

वैक्सीनेशन की तैयार

कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान के लिए जिले में की गई तैयारियों की कलेक्टर दीपक आर्य ने 15 जनवरी को पत्रकारों को जानकारी दी और उनके सवालों के जवाब भी दिए. इस दौरान पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अपर कलेक्टर फेंक नोबल ए, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. परेश उपलप एवं प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

जबलपुर संभाग से बालाघाट जिले को मिले इतने डोज

कलेक्टर आर्य ने पत्रकारों को बताया कि 14 जनवरी को जबलपुर संभाग से बालाघाट जिले को कोविड वैक्सीन के 9660 डोज प्राप्त हो गये हैं. इन्हें जिला वैक्सीन स्टोर में सुरक्षित रखा गया है. कोविड वैक्सीन टीकाकरण के लिए जिले में 7898 लोगों का पंजीयन हो चुका है, इसमें से 7027 शासकीय स्वास्थ्य कर्मचारी और 871 प्रायवेट स्वास्थ्य कर्मचारी है. कोविड वैक्सीन टीकाकरण तीन चरणों में किया जाना है. प्रथम चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी में टीकाकरण किया जायेगा. प्रथम चरण में डॉ. सीएस पारधी, डॉ. रागिनी पारधी, डॉ. रोहित गुप्ता एवं डॉ. मती गुप्ता ने स्वैच्छा से कोविड वैक्सीन लगाने की सहमति प्रदान की है.

वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित

कलेक्टर आर्य ने बताया कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और विभिन्न चरणों के परीक्षण के बाद ही टीकाकरण के लिए उपलब्ध कराया गया है. अत: टीका लगाने से किसी को भी डरने की कोई जरूरत नहीं है. प्रथम चरण में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को, द्वितीय चरण में फ्रंट लाईन वर्कर और तृतीय चरण में 50 वर्ष से अधिक की आयु के लोगों व 50 वर्ष से कम आयु के विभिन्न बीमारियों से ग्रसित लोगों को कोविड वैक्सीन टीका लगाना है. 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गर्भवती, स्तनपान कराने वाली माताओं एवं जिन्हें किसी तरह की एलर्जी हो, उन्हें प्रथम चरण में यह टीका नहीं लगाया जाएगा.

अपर कलेक्टर ने दी विस्तार से जानकारी-

  • अपर कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने इस दौरान पत्रकारों को बताया कि प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए जिला वैक्सीन स्टोर बालाघाट से वैक्सीन के 440 डोज लांजी पहुंचा दिये गये हैं. कोविड वैक्सीन को फ्रीजर में निर्धारित तापमान पर पूरी सुरक्षा में रखा गया है.
  • पहले चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी में 400-400 स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा.
  • इनमें आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की एएनएम शामिल हैं.
  • प्रथम सप्ताह में शनिवार, सोमवार, बुधवार और गुरुवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक टीका लगाया जायेगा और एक दिन में 100 लोगों को ही टीका लगाया जायेगा.
  • टीके के एक वायल में 10 डोज रखे गये हैं. अत: टीकाकरण केन्द्र में टीका लगावाने आये 10 लोगों के मौजूद रहने पर ही टीके का वायल खोला जाएगा.
  • टीका लगवाने के बाद व्यक्ति को आधे घंटे के लिए टीकाकरण केन्द्र पर ही रूकना होगा.
  • मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय ने इस दौरान बताया कि कोविड वैक्सीन का टीका दाहिनी बांह में लगाया जाएगा. एक टीके में 0.5 मिली दवा का डोज दिया जायेगा.

न फैलने के भ्रम

टीकाकरण के दौरान टीका लगावाने के लिए आने वाले व्यक्ति के दस्तावेजों का सत्यापन भी किया जायेगा, यह टीका पूरी तरह से सुरक्षित है और मन में इसको लेकर किसी तरह का भय या आशंका न होने दें.

डॉ. पांडेय ने बताया कि वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम के तहत दो बार वैक्‍सीन दी जाएगी. पहले व्यक्ति का कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा, जिसमें उसकी सारी जानकारी आईडी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ द्वारा ली जाएगी. वैक्सीन लगने के एक दिन पहले उस व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा जानकारी भेजी जाएगी, कि उसे किस स्थान पर कितने समय पर जाना है. आधार या अन्य कोई दस्तावेज दिखाने के बाद ही वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन लगने के बाद एक एसएमएस और एक लिंक आएगा, एसएमएस में वैक्सीन लग जाने की जानकारी होगी और लिंक से सर्टिफिकेट मिल जाएगा.

नक्सल प्रभावी क्षेत्र में चुनौती

बालाघाट जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जहां पर आए दिन नक्सली गतिविधियां देखने को मिलती हैं. हालांकि को वैक्सीन को लेकर नक्सलियों द्वारा किसी प्रकार का विरोध या कोई टीका टिप्पणी नहीं की गई है. बात नक्सली गतिविधियों की करें तो उसको लेकर बालाघाट-सिवनी के सांसद ढाल सिंह बिसेन ने कहा है कि पुलिस और सरकार से बड़ा कोई गुंडा नहीं है. नक्सली गतिविधियों को सरकार और पुलिस मिलकर पूरी तरह कुचल देगी.

टीके के बाद भी मास्क जरूरी

द्वितीय चरण के टीकाकारण के लिए भी तैयारी प्रारंभ कर दी गई है, द्वितीय चरण में जिला चिकित्सालय बालाघाट, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लांजी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चरेगांव एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किरनापुर में टीका लगाया जायेगा. कोविड वैक्सीन टीके का दूसरा डोज 28 दिनों के बाद लगाया जायेगा. टीका लगाने के बाद भी व्यक्ति को मास्क लगाना एवं अन्य सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि टीका लगाने के बाद एंटीबाडी तैयार होने में कुछ दिनों का समय लगता है.

Last Updated : Jan 16, 2021, 6:51 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.