ETV Bharat / state

अंधविश्वास का खेल! झाड़-फूंक के चक्कर में चली गई जान, देखें खतरनाक सांप रसेल वाइपर का रेस्क्यू - Superstition in Balaghat tribal area

इक्कीसवीं सदी में इंसान ने भले विकास के तमाम पैमाने गढ़ लिए, इसके बाद भी समाज में अंधविश्वास की जड़ें गहरी हैं. एमपी के बालाघाट में एक व्यक्ति की सांप काटने से मौत हो गई. फिर भी उसे जिंदा करने की घंटों तक कोशिश चलती रही.देखिए रिपोर्ट...

Balaghat death due to snake bite
बालाघाट सांप काटने से मौत
author img

By

Published : Jan 18, 2023, 6:17 PM IST

सांप रसेल वाइपर का रेस्क्यू

बालाघाट। आदिवासी क्षेत्र में अंधविश्वास के कारण आए दिन कोई ना कोई घटना सामने आती है. जिले में एक व्यक्ति को सांप ने काट लिया. परिजन उसे अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक कराने ले गए. तब तक 6 से 7 घंटे बीत चुके थे. जब अंधविश्वास से उनका पर्दा उठा तो वह व्यक्ति को अस्पताल ले गए, लेकिन समय अधिक होने से सांप का जहर शरीर में फैल गया और उसकी मौत हो गई. बताया गया कि, जिस व्यक्ति को सांप काटा था उसे सांप के बारे में काफी नॉलेज था.

बाड़ी में कर रहा था काम: वनरक्षक ललित मेश्राम और सचिन पदमे ने बताया कि, सूचना मिली थी कि ग्राम सेरपार में एक व्यक्ति को सांप ने काटा है. मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि, लगभग 11 बजे अशोक ठाकरे शेरपार निवासी घर के बाड़ी में काम कर रहा था. तभी सांप ने काटा था. अशोक को लेकर झाड़-फूंक कराने ले गए. आराम नहीं मिलने पर 6-7 घंटे के बाद अशोक को बैहर अस्पताल ले जाया गया. शाम 7 बजे अशोक की मृत्यु हो गई. इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दिया.

मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम: वनरक्षक ललित मेश्राम ने बताया कि, ग्रामीणों ने सूचना दी गई कि, अजगर के काटने से गांव का एक व्यक्ति अशोक मृत हो चुका है. इसकी पुष्टि करने वनरक्षक अपने साथी सचिन पदमे के साथ शेरपार पहुंचे. मौके पर बताया गया की अजगर के काटने से मृत्यु नहीं होती. वो विषैला सांप नहीं होता है. यदि अजगर जैसे दिखने वाला सर्प है तो वह निश्चित ही रसेल वाइपर होता है. ग्रामीणों के बताए अनुसार स्थल में खोदा गया तो देखा गया कि बड़ा रसैल वाइपर जदर्रा प्रजाती का सांप था. मौके पर ग्रामीणों को बताया कि, अजगर और रसेल वाइपर की त्वचा में बहुत अंतर होता है. ग्रामीणों द्वारा रसेल वाइपर को अजगर का बच्चा समझने की भूल कर ली है.

सपने में सांप दिखने के विशेष हैं मायने, जानिए कितना है शुभ और अशुभ..

मृतक को था सांप का ज्ञान: मृतक के पिता ने बताया कि, अशोक को सर्प के बारे मे अच्छा ज्ञान था. वो सर्प का जहर भी उतार लेता था. फिर भी उसने इतनी बड़ी भूल कर लिया. यदि किसी को सांप की अच्छी जानकारी ना हो तो सांप से कोसो दूर रहे. यदि हम कल सही समय में इसकी जानकारी वन विभाग को दे देते तो शायद हम अपने लड़के की जान बचा सकते थे. रेस्क्यूर टीम ने कहा कि, सभी लोग सांप से दूरी बनाए रखे. जब भी सांप दिखे उसकी जानकारी रेस्क्यू टीम और नजदीकी वन विभाग को देवे. झाड़फुंक के चक्कर में कभी भी ना जावें. झाड़ फूंक करने से केवल बिना विषैले सर्प के काटने पर इंसान बच सकता है. विषैले सर्प के काटने पर बिना एंटी वेनम के उसका इलाज संभव नहीं है.

सांप रसेल वाइपर का रेस्क्यू

बालाघाट। आदिवासी क्षेत्र में अंधविश्वास के कारण आए दिन कोई ना कोई घटना सामने आती है. जिले में एक व्यक्ति को सांप ने काट लिया. परिजन उसे अंधविश्वास के चलते झाड़-फूंक कराने ले गए. तब तक 6 से 7 घंटे बीत चुके थे. जब अंधविश्वास से उनका पर्दा उठा तो वह व्यक्ति को अस्पताल ले गए, लेकिन समय अधिक होने से सांप का जहर शरीर में फैल गया और उसकी मौत हो गई. बताया गया कि, जिस व्यक्ति को सांप काटा था उसे सांप के बारे में काफी नॉलेज था.

बाड़ी में कर रहा था काम: वनरक्षक ललित मेश्राम और सचिन पदमे ने बताया कि, सूचना मिली थी कि ग्राम सेरपार में एक व्यक्ति को सांप ने काटा है. मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने बताया कि, लगभग 11 बजे अशोक ठाकरे शेरपार निवासी घर के बाड़ी में काम कर रहा था. तभी सांप ने काटा था. अशोक को लेकर झाड़-फूंक कराने ले गए. आराम नहीं मिलने पर 6-7 घंटे के बाद अशोक को बैहर अस्पताल ले जाया गया. शाम 7 बजे अशोक की मृत्यु हो गई. इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दिया.

मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम: वनरक्षक ललित मेश्राम ने बताया कि, ग्रामीणों ने सूचना दी गई कि, अजगर के काटने से गांव का एक व्यक्ति अशोक मृत हो चुका है. इसकी पुष्टि करने वनरक्षक अपने साथी सचिन पदमे के साथ शेरपार पहुंचे. मौके पर बताया गया की अजगर के काटने से मृत्यु नहीं होती. वो विषैला सांप नहीं होता है. यदि अजगर जैसे दिखने वाला सर्प है तो वह निश्चित ही रसेल वाइपर होता है. ग्रामीणों के बताए अनुसार स्थल में खोदा गया तो देखा गया कि बड़ा रसैल वाइपर जदर्रा प्रजाती का सांप था. मौके पर ग्रामीणों को बताया कि, अजगर और रसेल वाइपर की त्वचा में बहुत अंतर होता है. ग्रामीणों द्वारा रसेल वाइपर को अजगर का बच्चा समझने की भूल कर ली है.

सपने में सांप दिखने के विशेष हैं मायने, जानिए कितना है शुभ और अशुभ..

मृतक को था सांप का ज्ञान: मृतक के पिता ने बताया कि, अशोक को सर्प के बारे मे अच्छा ज्ञान था. वो सर्प का जहर भी उतार लेता था. फिर भी उसने इतनी बड़ी भूल कर लिया. यदि किसी को सांप की अच्छी जानकारी ना हो तो सांप से कोसो दूर रहे. यदि हम कल सही समय में इसकी जानकारी वन विभाग को दे देते तो शायद हम अपने लड़के की जान बचा सकते थे. रेस्क्यूर टीम ने कहा कि, सभी लोग सांप से दूरी बनाए रखे. जब भी सांप दिखे उसकी जानकारी रेस्क्यू टीम और नजदीकी वन विभाग को देवे. झाड़फुंक के चक्कर में कभी भी ना जावें. झाड़ फूंक करने से केवल बिना विषैले सर्प के काटने पर इंसान बच सकता है. विषैले सर्प के काटने पर बिना एंटी वेनम के उसका इलाज संभव नहीं है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.