बालाघाट। जिले के लांजी विधानसभा के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कलेक्टर दीपक आर्य पर नेताओं की परिक्रमा करने, अवैध शराब और रेत के कारोबार में लिप्त होने और प्रसाशनिक अराजकता फैलाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. और उन्हें हटाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मांग की है. समरीते का कहना है कि हाल ही में हुए लांजी के कोविड सेंटर में सीएमओ ने मृतक के परिजनों के साथ मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री के आदेश का कलेक्टर दीपक आर्य ने पालन नहीं किया और सीएमओ पर उचित कार्रवाई नही की गई.
- कलेक्टर ने नहीं माना सीएम का आदेश
बता दें कि पूर्व में भी बालाघाट कलेक्टर दीपक आर्य ने ड्राइवर के साथ मारपीट की थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था और इस मामले को पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने उठाया था लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं की गई, लेकिन अब लांजी सीएमओ देवेंद्र मर्सकोले की युवक से मारपीट और बैहर एसडीएम गुरुप्रसाद के स्थानीय पत्रकारों से अभद्र व्यवहार के बाद पूर्व में कलेक्टर द्वारा मारपीट का मामला गरमा गया है. इसे लेकर किशोर समरीते ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए नसीहत दी कि कलेक्टर दीपक आर्य को चुनाव लड़वा लें. उन्होंने कलेक्टर दीपक आर्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि कलेक्टर रेत और शराब के अवैध अड्डों को सहयोग कर रहे है.
छतरपुर कलेक्टर के खिलाफ बीजेपी विधायक ने खोला मोर्चा, कांग्रेस विधायक भी कर चुके हैं हटाने की मांग
- पूर्व सांसद ने भी खोला मोर्चा
वहीं पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने कहा कि लांजी अस्पताल में मरिज के परिजन के साथ मारपीट करने वाले सीएमओ पर कलेक्टर को कड़ी कार्रवाई करना चाहिए थी, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बात को दरकिनार किया गया और कार्रवाई का दिखावा कर सीएमओ को बालाघाट अटैच किया गया. जिसके लिए पूर्व में पीएम नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को भी अवगत कराया गया है.