बालाघाट। जिले में आत्महत्या की दो अलग-अलग घटनाएं सामने आई है,पहला मामला परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम ठेमा का है जहां एक 55 साल के बुजुर्ग संतराम ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. दूसरा मामला जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र डोरा चौकी के वन ग्राम-कुकड़ा का है जहां एक 50 साल के बैगा आदिवासी जयसिंह मेरावी ने पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी.
मामला पुलिस चौकी डोरा अंतर्गत आने वाले वन ग्राम-कुकड़ा का है, जहां पर एक 50 साल के बैगा आदिवासी जयसिंह मेरावी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक एक दिन पहले गांव जाने कहकर घर से निकला था, मगर दूसरे दिन ग्राम के पास जंगल में उसका शव पेड़ से लटका दिखाई दिया.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के चलते घटना के बाद भारी संख्या में जवानों एवं पुलिस बल की तैनाती की गई. जिसमें बी कंपनी 35 बटालियन के जवान सहित परसवाड़ा एवं रूपझर थाने की पुलिस घटनास्थल पर मौजूद रही. पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया है.