बालाघाट। उत्तर प्रदेश के झांसी में पुष्पेंद्र यादव को पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था. अब यह घटना तूल पकड़ती जा रही है. इस घटना के विरोध में अखिल भारतीय यादव समाज उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ लामबंद हो गए हैं और इसे फर्जी मुठभेड़ करार देते उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि 5 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस एनकाउंटर में पुष्पेन्द्र यादव की मौत हो गई थी. इससे यादव समाज आक्रोशित है. यादव समाज ने इसे फर्जी एनकाउंटर करार देते हुए कहा कि मोठ थाना में पदस्थ एसएचओ धर्मेन्द्र चौहान ने निर्दोष पुष्पेन्द्र यादव की हत्या की है. उन्होंने कहा कि पुष्पेन्द्र यादव पर कोई भी आपराधिक प्रकरण दर्ज नहीं है, हालांकि बाद में उस पर मामला दर्ज होने का पता चला था.
गौरतलब है कि झांसी पुलिस के अनुसार, शनिवार रात बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान पर फायरिंग कर उनकी कार लूट ली थी. बाद में पुलिस ने उसी रात नाकेबंदी कर पुष्पेंद्र को गुरसरांय थाना इलाके में फरीदा के पास मुठभेड़ में मार गिराया था, जबकि उसके साथी फरार हो गए थे. बता दें कि इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच भी हो रही है.