बालाघाट। जिले में यातायात व परिवहन विभाग की लापरवाही की वजह से स्कूली बच्चे जान जोखिम में डालकर प्राईवेट खटारा स्कूली वाहन में अपने घर से स्कूल तक का सफर तय कर रहे हैं. जिस पर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
मामला बालाघाट के लांजी का है जहां पर एक टाटा सूमो में 34 स्कूली बच्चों को खटारा टाटा सूमों में भेड़-बकरियों की तरह भर कर घर से स्कूल तक पंहुचाया जा रहा था. इस दौरान लांजी एसडीओपी नितेश भार्गव की नजर वाहन पर पड़ी तो उन्होंने वाहन के पिछले कांच में बच्चो के गाल चिपके देखकर गाड़ी रुकवाई. एसडीओपी ने जब बच्चों को बाहर निकाला, महज 10 से 12 बच्चों की क्षमता वाले इस वाहन में से करीब 34 स्कूली बच्चे निकले. जिसके बाद एसडीओपी ने तत्काल वाहन मालिक पर कार्रवाई की.
गौर करने वाली बात है कि रोजाना इसी तरह से स्कूली बच्चों को स्कूली वाहनों में भरकर स्कूल ले जाया और लाया जा रहा है. लेकिन इस और यातायात विभाग के अधिकारी कर्मचारियो की नजर है ना ही परिवहन विभाग के आला अधिकारियों की प्रशासनिक अधिकारी भी गहरी नींद में सोए हुए हैं.