बालाघाट। जिला अस्पताल में डिलीवरी कराने आई एक महिला के शिशु की मौत गर्भ में ही हो गई. इस पर गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया. उनका आरोप है कि इलाज में लापरवाही के चलते गर्भस्थ शिशु की मौत हुई है.
प्रसूता को 24 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उसकी डिलीवरी 25 मई को होनी थी, लेकिन लेबर पेन नहीं होने की वजह से 3 दिनों तक उसकी डिलीवरी नहीं कराई गई. जब गर्भवती महिला ने परिजनों को बताया कि बच्चे की हलचल कम हो गई है, तब परिजनों ने सोनोग्राफी कराई, जिससे पता चला कि बच्चा गर्भ में ही मर गया है. ये खबर मिलते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर गीता बारमाटे ने महिला के इलाज में लापरवाही बरती. उनके टालमटोल की वजह से शिशु की जान गई है, जबकि सिविल सर्जन एके जैन ने कहा कि महिला की ठीक से देखरेख की जा रही थी, लेकिन अगर परिजन आरोप लगा रहे हैं तो इस मामले की जांच की जाएगी.