बालाघाट। बालाघाट जिले में बीते 10 जून को लालबर्रा के उदासीटोला में जहरीली गैस ने दो किसानों की मौत हो गई थी. इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी. यह घटना अभी लोगों के जेहन से निकली भी नही थी कि फिर इसी तरह एक दुखद घटना लालबर्रा थाना अंतर्गत सामने आ गई. लालबर्रा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बगदेही के ग्राम डोहरा में लक्ष्मीनारायण साकुरे (55 वर्ष) बुधवार को अपने खेत में धान का रोपा लगाने पत्नी झूनाबाई के साथ गया हुआ था. वह कुएं लगी मोटर खराब हो जाने के कारण उसे ठीक करने वह उसमें उतरा.
आसपास के खेतों से दौड़े किसान : कुएं से काफी देर बाद पति के नहीं आने पर पत्नी ने आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद आनन-फानन में पत्नी झूनाबाई ने आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों को बुलाया. तब पता चला कि लक्ष्मीनारायण की मौत हो चुकी है. इधर इस घटना की जानकारी मिलते ही लालबर्रा पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को कुएं से बाहर निकालकर पंचनामा करवाया. इस घटन को लेकर ग्राम पंचायत के सरपंच सुरेन्द्र बलोने ने बताया कि उदासीटोला की घटना के बाद कोटवार से ग्राम में मुनादी करवाई गई थी.
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गांव मे मुनादी कराई गई थी : मुनादी में बताया गया था कि वर्षा काल के दौरान कुएं में उतरने से पहले यह जांच कर लें कि वहां कहीं जहरीली गैस का रिसाव तो नहीं है. इसके बाद ही कुएं में उतरें. लेकिन इस बात का ध्यान नहीं रखा जा रहा है. शायद इसीलिए ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है. वहीं, पुलिस थाना लालबर्रा के उपनिरिक्षक विजय बघेल ने बताया कि बगदेही के ग्राम डोहरा में एक किसान के खेत में रोपाई का कार्य चालू था. कुएं में लगी मोटर को सुधारने के लिए किसान कुएं में उतरा था, जिसकी जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई.