बालाघाट। लामता थाना अंतर्गत ग्राम मोरिया में मवेशी चराने गए 3 बालकों की दर्दनाक मृत्यु हो गई, हादसे से ग्रामीण सकते में है. जानकारी के मुताबिक कुछ ही समय में रेत के उत्खनन के कारण लगभग 6 फिट का तालाब जैसा गड्ढा बन गया है, रेत के उत्खनन से फायदा कमाने वाले ने ये कभी नहीं सोचा होगा कि उनकी करनी का भुगतान 3 बालकों की मृत्यु को अंजाम देगा और 3 घरों के चिराग उनकी करनी की बलि चढ़ जाएंगे. Balaghat illegal Sand Mine
न्याय दिलाने में साथ रहेंगे विधायक: रेत के उत्खनन में बच्चों की मौत की खबर सुनते ही पूर्व विधायक माननीय मधुभागत ग्राम मोरिया पहुंचे, जहां उन्होंने मृतकों के परिवारजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी. इसके साथ ही विधायक ने परिवारजनों को आस्वासन दिया कि "जो लोग भी उत्खनन में शामिल थे, जिसके कारण आज इतना बड़ा हादसा हुआ. उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी, विभागों को भी इस बात का जवाब देना होगा और इस सब में मैं आपके साथ रहूंगा."
पीड़ित परिवारों को दी जाएगी राहत राशि: इसी के साथ मध्यप्रदेश शासन के आयुष मंत्री रामकिशोर (नानो) कावरे ने भी बालाघाट तहसील के मौरिया में 3 बच्चों के रेत उत्खनन के गड्ढे में डूबने पर शोक संवेदना व्यक्त की है. मंत्री कावरे ने कहा कि, "पीड़ित परिवारों को शीघ्र ही शासन के नियमों के अनुसार राहत राशि दिलाई जाएगी." बता दें कि मृतकों में धनेश (15 वर्ष), सूर्यम (12 वर्ष) एवं डेविन शामिल हैं.
जांच में जुटी पुलिस: फिलहाल घटना की जानकारी मिलते ही लामता थाना टीआई अरुण मर्सकोले अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे, इसके बाद मर्ग कायम कर मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए लामता भेजा गया. अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.