बालाघाट। खैरलांजी जनपद क्षेत्र के पिंडकेपार में 100 एकड़ से अधिक चारागाह की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है. सरकारी जमीन को दबंगों से मुक्त कराने के लिए पिंडकेपार के ग्रामीणों ने तहसीलदार सारिका परस्ते को ज्ञापन सौंपा है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सरकारी भूमि जिसका खसरा नम्बर 231/1 रकबा न. 35.013/86.52 हेक्टेयर है, जिस पर गांव के कुछ दबंग कब्जा कर इस जमीन पर खेती करने लगे हैं.
100 एकड़ चारागाह की जमीन पर दबंगों का कब्जा, ग्रामीणों ने SDM को सौंपा ज्ञापन - दबंगों का कब्जा
खैरलांजी जनपद क्षेत्र के पिंडकेपार की सरकारी भूमि पर गांव के कुछ दबंगों ने कब्जा कर कृषि कार्य किया जा रहा है. लगातार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है.
तहसीलदार को ज्ञापन सौपते हुए ग्रामीण
बालाघाट। खैरलांजी जनपद क्षेत्र के पिंडकेपार में 100 एकड़ से अधिक चारागाह की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर रखा है. सरकारी जमीन को दबंगों से मुक्त कराने के लिए पिंडकेपार के ग्रामीणों ने तहसीलदार सारिका परस्ते को ज्ञापन सौंपा है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव की सरकारी भूमि जिसका खसरा नम्बर 231/1 रकबा न. 35.013/86.52 हेक्टेयर है, जिस पर गांव के कुछ दबंग कब्जा कर इस जमीन पर खेती करने लगे हैं.
Intro:वारासिवनी ( बालाघाट )-- खैरलांजी जनपदक्षेत्र के पिंडकेपार की 100 एकड़ से अधिक चरनोई भूमि पर दबंगो द्वारा कब्जा करने का मामला सामने आया हैं । दबंगो द्वारा कब्जा की गई इस सरकारी जमीन को दबंगो से मुक्त कराने की गुहार लेकर व एसडीएम से मिलने पहुँचे पिंडकेपार के दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम की सरकारी घास भूमि जिसका खसरा नम्बर 231/ 1 रकबा न. 35.013/86.52 हेक्टेयर भूमि पर गांव के कुछ दबंगो द्वारा कब्जा कर वहाँ कृषि कार्य किया जा रहा हैं जबकि यह घास भूमि होने की वजह से ग्रामीणों के मवेशी यही चरते हैं ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ के अधिकतर ग्रामीण मजदूर वर्ग से है और मवेशी पालन कर अपना गुजारा करते हैं और गांव में यही एकमात्र चरनोई भूमि हैं जहाँ पर मवेशी चरने जाते है । लेकिन इस भूमि पर गांव के कुछ दबंगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है। इन ग्रामीणों ने बताया कि इसके पूर्व भी इन दबंगो की शिकायत प्रशासन से की गई थी लेकिन तब प्रशासन ने जमीन को इन लोंगो से मुक्त कराने की बजाए जुर्माना वसूला कर मामले को रफा दफा कर दिया था । सोमवार को वारासिवनी एसडीएम की अनुपस्थिति में नायाब तहसीलदार सुश्री सारिका परस्ते को ज्ञापन सौंपने के बाद इन ग्रामीणों ने कहा कि यदि प्रशासन द्वारा इन दबंगो से यदि शीघ्र अतिक्रमित की गई चरनोई भूमि को स्थाई रूप से मुक्त नही कराया गया तो फिर मजबूरी में वे आंदोलनात्मक रुख अख्तियार करने की ओर अग्रसर होंगे। Body:बयान - शिकायतकर्ता ग्रामीणConclusion: