अशोकनगर। एचडीएफसी चौराहे से सेन तिराहे तक उखड़ी सड़क पर फिसलन का विरोध स्थानीय रहवासियों ने अलग अंदाज में किया. सालों से परेशानी झेल रहे लोगों की जब प्रशासन ने नहीं सुनी, तो उन्होंने विरोध स्वरूप सड़क के दोनों ओर रिबन बांधकर एक ठेला चालक से रिबन कटवाया और मिठाईयां भी बांटी.
लंबे समय से सड़क पर गहरे गड्ढे और बारिश के समय में फैले कीचड़ लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं. सड़क किनारे भरे पानी की निकासी के लिए नगर पालिका द्वारा अस्थायी नाले का निर्माण किया जा रहा है. इस निर्माण के दौरान सड़क किनारे से खोदी गई मिट्टी भी अब इसी सड़क पर आ गई है. जिसके कारण दोपहिया वाहन फिसल रहे हैं और सड़क पर जाम की स्थिति बन रही है.
लोग परेशान, जिम्मेदार खामोश
भोपाल से गुना को जोड़ने वाली ये मुख्य सड़क है. हैरानी की बात तो यह है कि इसी रोड से होकर हर दिन कलेक्टर भी निकलते हैं, इसके बावजूद समस्या के निराकरण के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है.
लोगों का कहना है कि हम शांतिप्रिय ढंग से विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं, कि कम से कम इसी से शर्मिंदा होकर जिले के जिम्मेदार अधिकारी इस समस्या से हम लोगों को निजात दिला सकें. विरोध-प्रदर्शन कर रहे हरि सिंह रघुवंशी ने इस मामले में प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दिलबाग संधू ने इस कीचड़ युक्त सड़क को ठेके पर लेने की बात भी कही है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसी जगह पर धान तक लगाया जा सकता है और प्रशासन से गुजारिश भी की है कि अगर मुझे ठेके पर इस सड़क को दे दिया जाए, तो मैं इस पर धान लगा सकता हूं.
जब इस संबंध में पीडब्ल्यूडी विभाग के एजुकेटिव इंजीनियर दिलीप बिगोनिया से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि सड़क के टेंडर भी लग चुके हैं. सड़क पर विद्युत पोल के लिए स्टेट गवर्नमेंट से स्वीकृति ली गई थी, जिसमें काफी दस्तावेज सबमिट करना होते हैं, इसलिए समय लग गया. वहीं इसी मामले में नगर पालिका सीएमओ शमशाद पठान का कहना है कि सड़क के किनारे जमा पानी को निकालने के लिए कलेक्टर के आदेश पर अस्थायी नाले का निर्माण किया जा रहा है और दो-तीन दिनों में नाला बनकर तैयार हो जाएगा.