अशोकनगर। नगर पालिका घरों से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की शुरुआत कर रही है. जिसके चलते ट्रेंचिंग ग्राउंड पर खाद बनाने की तीन यूनिटें लगाई गई हैं. इस खाद का प्रयोग शहर के पार्कों में लगे पौधों में किया जाएगा और इससे बनी जैविक खाद की महत्वता को बताने के लिए लोगों को डेमो दिखाया जाएगा. इसके बाद खाद की बिक्री भी की जाएगी.
गीले कचरे से भी बन रही जैविक खाद
ट्रेंचिंग ग्राउंड में सूखे और गीले कचरे को अलग किया जा रहा है. वहीं गीले कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए दो यूनिटें लगाई गई हैं. जिसके लिए गीले कचरे में गोबर और केमिकल मिलाकर दो टैंक बनाए गए हैं. जिनमें खाद बनाने की प्रक्रिया में लगभग 25 से 30 दिन लगते हैं. वहीं दूसरी ओर प्लास्टिक और सूखे कचरे को अलग निकालकर कबाड़ियों को बेचकर नगरपालिका आय बढ़ाने का काम कर रही है.
स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बनने का लक्ष्य
नगर पालिका सीएमओ शमशाद पठान ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में शहर दो साल से लगातार पीछे है. जिसके चलते इस बार नगर पालिका नंबर एक में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसलिए ट्रेंचिंग ग्राउंड के ऊपर कचरे के पहाड़ को समतल कर पार्क में बदला जा रहा है. जिसके लिए नगर पालिका के कर्मचारी से लेकर इंजीनियर तक बहुत प्रयास कर रहे हैं.
स्वच्छता सर्वेक्षण में संभाग में नंबर एक पर आने के लिए नगरपालिका पालिका अथक प्रयास कर रही है. देखना होगा कि इतने प्रयासों के बाद भी क्या अशोक नगर पालिका को अच्छी रैंकिंग मिल पाती है या फिर पिछले 2 सालों की तरह ही इस बार भी पालिका को फिसड्डी ही रहना पड़ेगा.