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घर के कचरे से बनेगी जैविक खाद, ट्रेंचिंग ग्राउंड पर लगी तीन यूनिटें - CMO Shamshad Pathan

नगर पालिका घरों से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की शुरुआत कर रही है. जिसके चलते ट्रेचिंग ग्राउंड पर तीन यूनिट लगाकर खाद बनाने का काम किया जा रहा है. अब इस खाद का प्रयोग शहर के पार्कों में लगे पौधों में किया जाएगा.

Organic manure  will be made from home waste
घर के कचरे से बनेगी जैविक खाद
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Published : Dec 9, 2019, 12:28 PM IST

अशोकनगर। नगर पालिका घरों से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की शुरुआत कर रही है. जिसके चलते ट्रेंचिंग ग्राउंड पर खाद बनाने की तीन यूनिटें लगाई गई हैं. इस खाद का प्रयोग शहर के पार्कों में लगे पौधों में किया जाएगा और इससे बनी जैविक खाद की महत्वता को बताने के लिए लोगों को डेमो दिखाया जाएगा. इसके बाद खाद की बिक्री भी की जाएगी.

गीले कचरे से भी बन रही जैविक खाद
ट्रेंचिंग ग्राउंड में सूखे और गीले कचरे को अलग किया जा रहा है. वहीं गीले कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए दो यूनिटें लगाई गई हैं. जिसके लिए गीले कचरे में गोबर और केमिकल मिलाकर दो टैंक बनाए गए हैं. जिनमें खाद बनाने की प्रक्रिया में लगभग 25 से 30 दिन लगते हैं. वहीं दूसरी ओर प्लास्टिक और सूखे कचरे को अलग निकालकर कबाड़ियों को बेचकर नगरपालिका आय बढ़ाने का काम कर रही है.

स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बनने का लक्ष्य
नगर पालिका सीएमओ शमशाद पठान ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में शहर दो साल से लगातार पीछे है. जिसके चलते इस बार नगर पालिका नंबर एक में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसलिए ट्रेंचिंग ग्राउंड के ऊपर कचरे के पहाड़ को समतल कर पार्क में बदला जा रहा है. जिसके लिए नगर पालिका के कर्मचारी से लेकर इंजीनियर तक बहुत प्रयास कर रहे हैं.

घर के कचरे से बनेगी जैविक खाद

स्वच्छता सर्वेक्षण में संभाग में नंबर एक पर आने के लिए नगरपालिका पालिका अथक प्रयास कर रही है. देखना होगा कि इतने प्रयासों के बाद भी क्या अशोक नगर पालिका को अच्छी रैंकिंग मिल पाती है या फिर पिछले 2 सालों की तरह ही इस बार भी पालिका को फिसड्डी ही रहना पड़ेगा.

अशोकनगर। नगर पालिका घरों से निकलने वाले कचरे से खाद बनाने की शुरुआत कर रही है. जिसके चलते ट्रेंचिंग ग्राउंड पर खाद बनाने की तीन यूनिटें लगाई गई हैं. इस खाद का प्रयोग शहर के पार्कों में लगे पौधों में किया जाएगा और इससे बनी जैविक खाद की महत्वता को बताने के लिए लोगों को डेमो दिखाया जाएगा. इसके बाद खाद की बिक्री भी की जाएगी.

गीले कचरे से भी बन रही जैविक खाद
ट्रेंचिंग ग्राउंड में सूखे और गीले कचरे को अलग किया जा रहा है. वहीं गीले कचरे से जैविक खाद बनाने के लिए दो यूनिटें लगाई गई हैं. जिसके लिए गीले कचरे में गोबर और केमिकल मिलाकर दो टैंक बनाए गए हैं. जिनमें खाद बनाने की प्रक्रिया में लगभग 25 से 30 दिन लगते हैं. वहीं दूसरी ओर प्लास्टिक और सूखे कचरे को अलग निकालकर कबाड़ियों को बेचकर नगरपालिका आय बढ़ाने का काम कर रही है.

स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बनने का लक्ष्य
नगर पालिका सीएमओ शमशाद पठान ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की रैकिंग में शहर दो साल से लगातार पीछे है. जिसके चलते इस बार नगर पालिका नंबर एक में आने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसलिए ट्रेंचिंग ग्राउंड के ऊपर कचरे के पहाड़ को समतल कर पार्क में बदला जा रहा है. जिसके लिए नगर पालिका के कर्मचारी से लेकर इंजीनियर तक बहुत प्रयास कर रहे हैं.

घर के कचरे से बनेगी जैविक खाद

स्वच्छता सर्वेक्षण में संभाग में नंबर एक पर आने के लिए नगरपालिका पालिका अथक प्रयास कर रही है. देखना होगा कि इतने प्रयासों के बाद भी क्या अशोक नगर पालिका को अच्छी रैंकिंग मिल पाती है या फिर पिछले 2 सालों की तरह ही इस बार भी पालिका को फिसड्डी ही रहना पड़ेगा.

Intro:अशोकनगर.घर से निकलने वाले कचड़े एवं बेस्ट का उपयोग खाद बनाने के लिए नगर पालिका ने शुरू कर दिया है.ट्रेन्चिंग ग्राउंड पर तीन यूनिट लगाकर खाद बनाने का कार्य किया जा रहा है. इससे निकलने वाले खाद का प्रयोग नगरपालिका पहले शहर के पार्कों में लगे पौधों में प्रयोग करेगी, जिससे लोगों को जैविक खाद का महत्व बताया जा सके. इसके बाद इस खाद की बिक्री भी नगरपालिका द्वारा की जाएगी.


Body:गीला एवं सूखे कचरे को नष्ट करने के लिए नगरपालिका नए-नए कदम तो उठा रही है. इसी के साथ अब सेप्टिक टैंक से निकलने बाले बेस्ट से खाद बनाने का कार्य शुरू हो गया है. शहर से 2 किलोमीटर दूर ट्रेंचिंग ग्राउंड पर बनाए गए टैंको में खाद बनाकर इसका प्रयोग पार्कों में पौधों को विकसित करने के लिए किया जाएगा. एक तरफ बगैर खाद का पौधा और दूसरी तरफ खाद डालकर पौधा लगाया जाएगा. दोनों पौधों की डेमो लोगों के बीच दिखाई जाएगी. ताकि आमजन को जैविक खाद की उपयोगिता के बारे में जानकारी लगे. इस जैविक खाद को बाद में लोगों को बेचकर नगर पालिका आपनी आय भी बढ़ाएगी.
स्वच्छता सर्वेक्षण में संभाग में नंबर वन बनने का लक्ष्य-
नगर पालिका सीएमओ शमशाद पठान ने बताया कि 2 साल से स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार पीछे रहने के बाद इस बार हम नंबर बढ़ाने के लिए कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते. इसलिए ट्रेंचिंग ग्राउंड के ऊपर कचड़े के पहाड़ को समतल कर पार्क में बदला जा रहा है. इसके लिए फिलहाल नगर पालिका के कर्मचारी से लेकर इंजीनियर तक बहुत प्रयास कर रहे हैं.सीएमओ श्री पठान का कहना है कि इन सभी प्रयासों के बाद स्वच्छ सर्वेक्षण में हमारी अच्छी रैंकिंग हो सके.
गीले कचरे से भी बन रही जैविक खाद-
ट्रेंचिंग ग्राउंड से सूखे,गीले कचड़े को अलग अलग किया जा रहा है.गीले कचरे से जैविक खाद बनाने की दो यूनिट लगाई गई हैं. इसमें गीले कचरे में गोबर और केमिकल मिलाकर दो टैंक बनाए हैं जिनमें रख दिया जाता है. खाद बनाने के लिए पूरी प्रक्रिया में लगभग 25 से 30 दिन लगते हैं. वहीं दूसरी तरफ प्लास्टिक और सूखा कचरा को अलग निकालकर कबाड़े में बेचकर नगरपालिका आए बढ़ाने के काम में किया जा रहा है.
बाइट- अंबक पाराशर, इंजीनियर
बाइट- शमशाद पठान, सीएमओ


Conclusion:स्वच्छता सर्वेक्षण में संभाग में नंबर 1 आने के लिए नगरपालिका पालिका द्वारा काफी हद तक अच्छे प्रयास किए गए हैं. लेकिन देखना होगा कि इतने प्रयासों के बाद भी क्या अशोक नगर नगर पालिका को अच्छी रैंकिंग मिलती है, या फिर से 2 साल की तरह इस बार भी फिसड्डी ही रहना पड़ेगा.
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