अशोकनगर। कलेक्ट्रेट परिसर में आवेदन देकर लौट रहे एक 80 वर्षीय वृद्ध की अचानक तबीयत खराब हो गई और वह कलेक्ट्रेट के गेट पर गिर पड़े. जिसके बाद वहां से निकल रहे कुछ युवकों ने ऑटो में बिठाकर वृद्ध को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उपचार के दौरान उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है.
अशोकनगर के मुंगावली तहसील से एक 80 वर्षीय वृद्ध जयराम साहू अपने जमीन से संबंधित मामले को लेकर कलेक्टर ऑफिस में आवेदन देने पहुंचे थे. आवेदन देने के बाद जब वे कलेक्ट्रेट से लौट रहे थे, तभी अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और वे अचेत अवस्था में कलेक्ट्रेट के गेट पर गिर पड़े. कलेक्ट्रेट के गेट पर जहां लगातार अधिकारी-कर्मचारी और आम लोग गुजरते रहे लेकिन किसी ने वृद्ध की ओर ध्यान नहीं दिया. हद तो तब हो गई जब कलेक्ट्रेट भवन के सुरक्षाकर्मी भी इस मामले से बचते नजर आए.
लेकिन किसी ने भी ना तो स्वास्थ्य विभाग की 108 वाहन को कॉल किया और ना ही किसी तरह की स्वास्थ्य सुविधा वृद्ध व्यक्ति को दिला सके. इसी दौरान कलेक्ट्रेट से निकल रहे कुछ युवाओं ने वृद्ध को कलेक्ट्रेट गेट पर अचेत अवस्था में पड़ा देखा, तो उन्होंने तुरंत आसपास ऑटो को तलाश कर उसमें वृद्ध को बिठाकर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां जिला अस्पताल पहुंचकर बुजुर्ग का चेकअप भी कराया. वहीं डॉक्टरों ने उपचार के बाद वृद्ध को आईसीयू वार्ड में भर्ती किया है. जहां अब उनकी हालत सामान्य है.
वृद्ध की जमीन पर कर रखा है अवैध कब्जा
मुंगावली के रहने वाले जयराम साहू ने बताया कि उनकी जमीन पर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है. जिसको लेकर कई सालों से कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कलेक्ट्रेट ऑफिस में लगभग 200 से अधिक आवेदन भी दे चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद भी आज तक उनका निराकरण नहीं हो सका. जिला प्रशासन द्वारा शासन की योजनाओं के चलते गांव-गांव ग्रामीणों की समस्या सुनने के लिए शिविर तो लगाए जाते हैं. इसके अलावा जन सुनवाई में भी लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन लिए जाते हैं. लेकिन यह मामला शासन की इन सभी योजनाओं पर पलीता लगाता नजर आ रहा है. यदि इस वृद्ध के मामले को शिविर और 1-2 आवेदन में ही शासन द्वारा सुलझा दिया जाता तो, 80 साल की उम्र में इस वृद्ध को कलेक्ट्रेट के चक्कर नहीं लगाने पड़ते.