अशोकनगर। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अचानक डीपीआई द्वारा कोरोना महामारी का हवाला देते हुए स्थगित कर दी गई है. जिससे नाराज शिक्षकों का सत्यापन नहीं होने के कारण उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में उन्होंने मांग की है कि शासन द्वारा जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए.
बता दें कि 1 जुलाई 2020 से लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल (डीपीआई) द्वारा शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. जिसमें उच्च एवं माध्यमिक शिक्षकों के दस्तावेज का सत्यापन भी किया जा रहा था. यह सत्यापन का कार्य 3 जुलाई तक सफलता पूर्ण चला, लेकिन 4 जुलाई को डीपीआई द्वारा कोरोना महामारी का हवाला देते हुए आदेश जारी कर भर्ती प्रक्रिया में दस्तावेजों का सत्यापन प्रक्रिया को निरस्त कर दिया, जिससे नाराज होकर परीक्षा में उत्तीर्ण हुए शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने की मांग की.
कलेक्ट्रेट पहुंचे शिक्षकों ने बताया कि मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती 2018 में प्रारंभ की गई थीं. जिसके परीक्षा परिणाम घोषित कर सूची भी जारी कर दी गई, जबकि भर्ती प्रक्रिया को 2 साल पहले पूरा होना था, लेकिन आज तक भी अपनी मेहनत से पात्र अभ्यर्थी अपनी नौकरी का इंतजार कर रहे हैं. वहीं प्रक्रिया में हो रही देरी लोकहित में नहीं है. इसलिए इस पर सरकार को विचार करना आवश्यक है.
दीपा रस्तोगी ने बताया कि 2 साल पहले हम परीक्षा पास कर चुके हैं, लेकिन 2 साल तक इंतजार करने के बाद सत्यापन भी शुरू हो गए थे, लेकिन सत्यापन की प्रक्रिया को फिलहाल बंद कर दी गई है, इन्हीं मांगों को लेकर हम कलेक्ट्रेट पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा यह ढकोसला कर प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास किया जा रहा है.