अशोकनगर। लोकसभा चुनाव के लिए अशोक नगर में 12 मई को मतदान होना है. कांग्रेस पार्टी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना लोकसभा उम्मीदवार बनाया है, जबकि बीजेपी ने अभी तक इस सीट के लिए किसी भी प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है. फिलहाल पार्टी गुना संसदीय क्षेत्र के लिए मंथन कर रही है. लेकिन हाल ही में स्थानीय प्रत्याशी डॉक्टर के पी यादव के नाम पर चर्चा चल ही रही थी कि भाजपा पार्टी में विरोध के सुर दिखाई देने लगे हैं.
अशोकनगर जिले के पूर्व विधायक स्वर्गीय देशराज सिंह की पत्नी बाई साहब यादव जो वर्तमान में जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं और उनके बेटे मंडी अध्यक्ष अजय यादव एवं यादवेंद्र यादव ने अपने घर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से स्थानीय प्रत्याशी डॉक्टर के पी यादव का विरोध किया है. उन्होंने लोकसभा टिकट में केपी यादव के नाम पर आपत्ति दर्ज कराते हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दे डाली है.
केपी यादव तकरीबन एक साल पहले कांग्रेस पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. कांग्रेस पार्टी में केपी यादव सिंधिया के काफी नजदीकी माने जाते थे. लेकिन मुंगावली उपचुनाव के दौरान टिकट कटने के कारण वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कुछ माह पहले विधानसभा चुनावों में केपी यादव मुंगावली सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव भी लड़ चुके हैं और उन्हें लगभग 2 हजार वोटों से हार मिली थी.
गुना सीट से स्वर्गीय देशराज जी के परिवार से भी प्रबल दावेदारी की जा रही थी. लेकिन पार्टी ने केपी यादव पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है. देशराजजी के परिवारवालों ने केपी यादव को हारने वाला प्रत्याशी बताया है और पार्टी में कई पुराने कार्यकर्ताओं को टिकट देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी केपी यादव को टिकट देती है. हम और हमारे सभी साथी पार्टी से बगावत करेंगे. हालांकि उन्होंने अपने साथी कार्यकर्ताओं के नाम बताने पर चुप्पी साधी हुई है.