अशोकनगर। साल 2020 में अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल में हुए नुकसान का मुआवजा अशोकनगर जिले के किसानों को नहीं मिल सका है. जिसको लेकर किसान संघ ने कलेक्ट्रेट के बाहर 8 जनवरी से आमरण अनशन करने की चेतावनी प्रशासन को दी है.
किसानों को नहीं मिला मुआवजा
पिछले साल अतिवृष्टि होने के कारण सोयाबीन की फसल में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. लेकिन नुकसान होने के बाद भी राहत राशि में अशोकनगर जिले के किसानों को शामिल नहीं किया गया. जबकि अन्य जिलों में अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान के लिए राहत राशि स्वीकृत की गई है. जिससे नाराज होकर किसान संघ कलेक्टर अभय वर्मा से मिला. जहां उन्होंने अशोकनगर जिले का नाम राहत राशि में जोड़ने की बात कही.
किसान संघ की चेतावनी
किसान संघ के प्रदेश मंत्री जगराम सिंह ने बताया की अशोकनगर में किसी भी किसान को अतिवृष्टि की राहत राशि नहीं मिली, तो हम कलेक्टर अभय वर्मा से मिले. जिसके बाद उन्होंने बताया कि इस बार कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की बंपर आवक हुई थी. जिसके बाद हमने मंडी जाकर वर्ष 2019 और 2020 का आवक रिकॉर्ड निकलवाया. जिसमें पता चला कि वर्ष 2019 में सोयाबीन की कुल आवक 658399 क्विंटल रही, जबकि वर्ष 2020 में सोयाबीन की आवक 263990 कुंटल रही. जिसमें वर्ष 2020 में सोयाबीन की बहुत कम आवक हुई है. लेकिन इसके बावजूद भी किसानों को राहत राशि नहीं मिल सकी. किसान संघ ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि इसमें प्रशासनिक त्रुटि होने के कारण किसानों को राहत राशि का लाभ नहीं मिल सका. इसलिए शीघ्र से शीघ्र अशोकनगर जिले को राहत राशि सूची में जुड़वाया जाए. ऐसा नहीं होने पर किसान संघ द्वारा कलेक्ट्रेट के बाहर 8 जनवरी से आमरण अनशन किया जाएगा. संघ के पदाधिकारियों ने बताया अशोकनगर में भी दिल्ली जैसे हालात बना दिए जाएंगे.इसलिए हमारी मांगे शीघ्र स्वीकृत की जाए.