अशोकनगर। गत माह 13 मई को जिले के एक मरीज की भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. मौत के 38 दिन बाद मृतक की रिपोर्ट में डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) की पुष्टि हुई है.
38 दिन बाद रिपोर्ट आई सामने
दूसरी लहर का कोरोना वायरस अपने कई नए वेरिएंट में तब्दील हो रहा है. अशोकनगर कृषि उपज मंडी रोड पर एक युवक की मौत के 38 दिन बाद जांच रिपोर्ट आई है, जिसमें युवक डेल्टा प्लस पॉजिटिव बताया जा रहा है. अशोकनगर सीएमएचओ डॉ. हिमांशु शर्मा ने डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि की है. उनका कहना है कि इस वेरिएंट में 60% मौत का आंकड़ा बढ़ जाता है. यह खतरनाक वेरिएंट भी साबित हो रहा है.
सात लोगों की हुई सैंपलिंग
डेल्टा प्लस वेरिएंट का खुलासा होने के बाद नगर के लोगों में हड़कंप मच गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग में रिपोर्ट आने के बाद परिवार एवं मरीज के संपर्क में आने वाले सात लोगों की सैंपलिंग की गई है. हालांकि सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
13 मई को हुई थी मौत
सीएमएचओ डॉ. हिमांशु शर्मा ने बताया कि अशोकनगर के संक्रमित मरीज का इलाज गुना में लगभग 7 से 10 दिन तक चला. जब उसे कोई लाभ नहीं हुआ, तो उसे भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी, जिसके बाद उसे सात मई को चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. जहां उपचार के दौरान मरीज की 13 मई को मौत हो गई.
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रिपोर्ट लेट आने पर दिया यह तर्क
सीएमएचओ ने बताया की कोरोना संक्रमित मरीजों का Random Sampling Processor होता है. जांच के लिए सैंपल लैब के लिए भेजा जाता है. इस जांच का कन्फर्मेशन थोड़ा देर से होता है. ऐसा ही इस मामले में हुआ, जहां 38 दिन बाद मरीज की जांच रिपोर्ट आई. रिपोर्ट में वह डेल्टा प्लस पॉजिटिव था. सीएमएचओ का स्पष्ट कहना है कि इस वेरिएंट को डेल्टा प्लस (Delta Plus Variant) कहते हैं.