अशोक नगर। आज बेटियां किसी भी मामले में बेटों से कम नहीं हैं. वे हर कदम पर बेटों जैसा ही फर्ज निभा रही हैं. जिले की एक ऐसी ही बहादुर बेटी ने सामाजिक मर्यादाओं को तोड़ते हुए अपने पिता का पूरे रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया.
ओम कॉलोनी निवासी क्रोकरी व्यवसाई प्रदीप दिवाकर लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे. जिसके बाद उनका निधन हो गया. अंतिम संस्कार में शामिल समाज के अलावा लोगों के बीच चर्चा भी हुई कि दिवंगत का अंतिम संस्कार कौन करेगा? इन सभी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए परिजनों के साथ उनकी 19 वर्षीय बड़ी बेटी साक्षी भी मुक्तिधाम पहुंची. जहां उसने अपने पिता को मुखाग्नि दी और बेटे की तरह फर्ज निभाया.