अशोक नगर। गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद देश में चीनी उत्पादों का जमकर विरोध हो रहा है. इसके अलावा सरकार ने 59 चीनी एप्स को भी प्रतिबंधित कर दिया है. चीनी उत्पादों के विरोध की कड़ी में भारतीय किसान संघ ने अशोक नगर के गांधी पार्क पर चीन में उत्पाद की जाने वाली कृषि दवाओं के भारत में विक्रय होने पर रोक लगाने की मांग की है. इस दौरान भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों ने चीनी दवाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए चीन का पुतला फूंका.
किसान संघ के पदाधिकारी रामकिशन सिंह रघुवंशी ने बताया कि चीन के द्वारा हमारे देश को आंख दिखाने का काम किया जा रहा है. ऐसे में हमें चीन में उत्पाद किए जाने वाले किसी भी प्रोडक्ट को नहीं खरीदना चाहिए. वहीं चीन में बनने वाली कृषि दबाव का भी किसान संघ ने विरोध किया है साथ ही भारतीय किसान संघ ने चीन का पुतला फूंककर अपना विरोध जताया है.
देश में चीनी खिलौने का विरोध
भारत-चीन के बाद से ही हिंदूस्तान में बच्चे भी मेड इन चाइना के खिलौनों का विरोध कर रहे हैं. बच्चों का कहना है कि जो देश हमारे सैनिकों पर बेवजह हमला करता है, उसके खिलौनों से अब हम नहीं खेलेंगे. हम अपने भारतीय खिलौनों से ही खेलेंगे.
मेड इन चाइना की राखियों पर रोक
इस बार तीन अगस्त को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा. जैसे-जैसे त्यौहार पास आते हैं. बाजार में चाइनीज सामानों का पिटारा भी खुलने लगता है. हाल ही में भारत और चीन के बीच हुई झड़प से दोनों देशों की दूरियां बढ़ गई है. लोग भारत में चाइनीज सामानों का लगातार बहिष्कार कर रहे हैं. राखी के लिए बाजारों में चाइनीज राखियां देखने को मिलती हैं, जो ज्यादातर लोगों की पहली पसंद होती है, लेकिन अब लोग देश में बनी राखियों का रुख करने लगे हैं. इन सब को देखते हुए कई शहरों में में रहने वाले लोग चीनी राखियों का विरोध कर रहे हैं.
भारत-चीन के बीच में क्या है सीमा विवाद
केंद्र प्रशासित राज्य पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी को लेकर भारत-चीन सीमा विवाद काफी तल्ख हो चुका है. 15-16 जून की रात लद्दाख के पास गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. वहीं झड़प के दौरान चीनी सेना के कमांडिंग ऑफिसर सहित करीब 40 जवान हताहत होने की खबर थी, हालांकि चीन ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है.