अशोकनगर। जिला मुख्यालय के बहादुरपुर स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति दयनीय नजर आ रही है. यहां मरीजों को डॉक्टर की कमी के चलते इलाज तक नसीब नहीं हो पा रहा है. स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों की ड्रेसिंग करने वाली पट्टी भी 4 महीने से खत्म हो चुकी है, जिसके कारण मरीजों को 5 गुना अधिक महंगी बैंडेज बंधवाकर काम चलाना पड़ रहा है. स्वास्थ्य केंद्र के स्टोर कीपर संजय गिरी का कहना है कि, "मांग करने के बाद भी 4 माह से जिला स्टोर से ड्रेसिंग पट्टी नहीं भेजी गई."
ड्रेसिंग पट्टी की कमी, घायलों को किया रेफर: दरअसल, औढेर गांव में नेशनल हाईवे पर एक बोलेरो वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जिसमें 2 महिलाओं समेत 5 लोग घायल होकर बहादुरपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां उनकी चोट पर बांधने के लिए पट्टी तक नहीं मिली. इसके बाद डॉक्टर की गैरमौजूदगी में स्वास्थ कर्मी, एएनएम और सफाईकर्मी ने घायलों को बैंडेज बांध कर खून रोकने का प्रयास किया और गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया.
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ड्रेसिंग पट्टी भेजी गई, फिर कहां हुई कमी: ओपीडी रजिस्टर के अनुसार, 1 जुलाई से 26 जुलाई तक कुल 129 मरीज ऐसे पहुंचे हैं, जिनकी मरहम पट्टी होनी थी. पट्टी नहीं होने के कारण इन सभी मरीजों को पट्टी की बजाय बैंडेज बांध कर काम चलाया गया. सीएमएचओ नीरज छारी ने बताया कि "मुंगावली बीएमओ स्टोर से ड्रेसिंग पट्टी भेज दी गई थी. जहां बात करने पर उन्होंने बहादुरपुर पट्टियां भिजवाने की बात कही है. फिर भी ऐसा नहीं हुआ तो इस संबंध में बीएमओ स्टोर में बात करूंगा. डॉक्टर की कमी दूर तो शासन स्तर से ही हो सकेगी. इसके लिए शासन स्तर पर पत्राचार भी कर दिया गया है."