अशोकनगर। छह माह पहले हुए अंधे कत्ल का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. ये वारदात प्रेमप्रसंग के साथ ही रुपयों के लालच में की गई. ऋचा जैन ने अपने पति सौरभ जैन की हत्या प्रेमी दीपेश भार्गव व एक अन्य युवक के साथ मिलकर की. इसके बाद शव को विदिशा जिले के शमशाबाद थाना क्षेत्र की सुनसान जगह पर शव फेंक दिया गया. पुलिस को झूठी कहानी बताकर दोनों अब तक गुमराह करते रहे. पुलिस ने महिला व उसके प्रेमी से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों टूट गए और सच बयां कर दिया. दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.
सिरोंज के युवक से प्रेमप्रसंग : अशोकनगर निवासी मृतक सौरभ जैन के परिवार की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए उसकी पत्नी रिचा, दीपेश एवं सहयोगी लखन पर मामला दर्ज कर शमशाबाद थाने को मामला सुपुर्द कर दिया है. कोतवाली टीआई नरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि रिचा का सिरोंज निवासी दीपेश भार्गव से प्रेम प्रसंग हो गया था. इसके बाद ऋचा अशोकनगर से भागकर अपने प्रेमी के पास कई बार सिरोंज गई और वहां कुछ माह रही भी. बाद में वह वापस अशोकनगर अपने पति के पास आ गई. प्रेम प्रसंग को ऋचा के पति सौरभ ने स्वीकार भी कर लिया था. बीते फरवरी माह में सौरभ का एक्सीडेंट अशोकनगर में हो गया था. जिसके बाद उसकी पत्नी और प्रेमी उसे भोपाल डॉक्टर को दिखाने की बात कहकर पहले सिरोंज पहुंचे.
सिर पर पत्थर मारकर हत्या : इसके बाद सौरभ को दूसरी कार से भोपाल के लिए रवाना हुए, जहां विदिशा जिले के शमशाबाद इलाके में सुनसान जगह देखकर सौरभ के सिर पर पत्थर से हमला कर हत्या कर दी, ताकि मृतक की पहचान न की जा सके और शव को वहीं फेंक दिया. शव मिलने के बाद शमशाबाद थाना क्षेत्र में अज्ञात लोगों पर हत्या का मामला दर्ज कर दिया गया था. 6 माह बाद मृतक के परिजनों की शिकायत पर अशोकनगर पुलिस ने पड़ताल करते हुए हत्या के मामले में पत्नी ऋचा, प्रेमी दीपेश ओर लखन को आरोपी बनाया.
रुपयों का लालच भी : दरअसल, अशोक नगर निवासी सौरभ के नाम से 5 बीघा जमीन जनवरी 2023 में बेची गई थी, जो लगभग 12 लाख रुपए की बिकी थी. जिसके बाद सौरव के खाते में साढ़े नौ लाख रुपये जमा थे. इसी लालच की वजह से सौरभ की पत्नी और प्रेमी देवेश भार्गव ने उसकी हत्या की साजिश रची. वहीं उसके खाते में पड़े 8 लाख रुपये भी धीरे-धीरे करके निकाल लिए. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद ऋचा और उसका प्रेमी देवेश पुलिस को कई तरह की झूठी कहानियां सुनाता रहा, लेकिन 3 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है. बता दें कि वारदात से पहले सौरभ के नाम से 8 लाख रुपए का एक ट्रैक्टर भी फाइनेंस कराया गया था.
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पुलिस को ऐसे मिला सुराग : मृतक की पत्नी ऋचा सेंट थॉमस स्कूल में अपने 7 साल के बेटे सौर्य की टीसी कटवाने के लिए पहुंची थी. जहां उसने पिता की दुर्घटना में मौत होने का हवाला दिया था. पुलिस ने जब ऋचा से पूछताछ की तो उसने सौरव का डेथ सर्टिफिकेट पुलिस को दिखाया. जब पुलिस ने इस पूरे मामले पर जांच की तो डेथ सर्टिफिकेट के पहले बनाया गया पंचनामा फर्जी पाया गया. जिसके आधार पर पुलिस को ऋचा पर शक हुआ. जब पुलिस ने उसके अंतिम संस्कार की जगह पूछी तो ऋचा और उसके प्रेमी ने कई जगह बताईं. लेकिन कहीं भी पुलिस को अंतिम संस्कार किए जाने का सुराग नहीं मिला.