अशोकनगर। शासकीय नेहरू महाविद्यालय में छात्रों की एडमिशन प्रक्रिया की आखिरी तारीख 5 नवंबर तय की गई थी. जिसके बाद सैकड़ों छात्र कॉलेज पहुंचे, लेकिन वह कॉलेज के अंदर प्रवेश नहीं कर सके. क्योंकि मतदान प्रक्रिया के बाद सभी ईवीएम मशीन के लिए कॉलेज परिसर को स्ट्रांग रूम बनाया गया. जिसके कारण छात्रों को कॉलेज के बाहर ही अपनी भर्ती प्रक्रिया में शामिल होना पड़ा. लिहाजा भर्ती प्रक्रिया प्रभावित हुई.
बता दें कि कॉलेज में ईवीएम मशीन के लिए स्ट्रांग रूम बनाया गया है. मशीनों को रखने के लिए कॉलेज के ज्यादातर कमरों का प्रयोग किया गया है. जिसके चलते 10 नवंबर तक विद्यार्थी कॉलेज में प्रवेश नहीं कर पाएंगे और ना ही उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सकेगी. कॉलेज स्टाफ सहित छात्रों को मुख्य गेट पर ही रोका जा रहा है. जबकि यूजी व पीजी में प्रवेश के लिए एडमिशन की अंतिम तारीख 5 नवंबर तय की गई थी.
करीब 1 घंटे इंतजार के बाद जब अंदर छात्र नहीं जा पाए तो स्टॉप के लोगों ने घर से लैपटॉप बनाकर छात्रों की एडमिशन प्रक्रिया शुरू की. अंतिम तारीख होने के कारण विद्यार्थियों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली. पीजी प्रथम वर्ष में प्रवेश की 5 नवंबर अंतिम तारीख थी. जिसके चलते सुबह से ही छात्र कॉलेज पहुंचने लगे थे. ओटीपी जनरेट कर आने के बाद उनको फीस जमा करानी थी. लेकिन जब छात्र कॉलेज पहुंचे तो उन्हें मुख्य गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक दिया.
अब कॉलेज के स्टाफ को बैठने के लिए सिर्फ एक गैलरी मिलेगी, ना तो लाइब्रेरी खुलेगी और ना ही कॉलेज के दूसरे कमरे खोले जाएंगे. पूरी तरह कॉलेज परिषद प्रशासन के हैंडओवर रहेगा. प्रत्येक चुनाव में नेहरू डिग्री कॉलेज की बिल्डिंग को उपयोग में लिया जाता है. विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक कृष्णा रघुवंशी ने कहा कि हर बार छात्रों को ही समझौता क्यों करना पड़ता है.उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है. इसके लिए प्रशासन को अलग से व्यवस्था करना चाहिए. क्योंकि इसी व्यवस्था में जब छात्र का एडमिशन नहीं हो पाया ऐसे में कई विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटका हुआ है.
वहीं कॉलेज प्राचार्य एसके तिवारी ने बताया कि कॉलेज में स्ट्रांग रूम बना है. जिस कारण सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने अंदर प्रवेश करने से मना कर दिया है. लेकिन केवल गैलरी में बैठने की अनुमति मिल गई है. जिसके लिए कार्ड जारी किए जाएंगे समस्या तो आ रही है. लेकिन छात्रों के एडमिशन के लिए कॉलेज परिसर के बाहर काउंटर लगाया गया है.