अनूपपुर(annupur) । जिले के कोतमा निवासी 25 साल के लकी द्विवेदी की डॉक्टर की लापरवाही से जान चली गई. युवक ने मौत से पहले का वीडियों बनाकर इलाज करने वाले डॉक्टर अशोक राजपूत पर सही इलाज न करने का आरोप भी लगाया.निजी क्लीनिक के डॉक्टर अशोक राजपूत ने युवक को कोरोना टेस्ट न करवानी की सलाह दी और टाइफाइड होने का कहकर इलाज करता रहा. सही इलाज न मिलने से युवक ने दम तोड़ दिया. डॉक्टर के क्लीनिक सील कर तलाश की जा रही है.
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वीडियो बनाकर लगाया लापरवाही का आरोप
युवक लकी द्विवेदी मरने से पहले वीडियो बनाकर कहा कि मेरी हालात इतनी खराब है कि मैं अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पा रहा हूं .न ही सांस ले पा रहा हूं. मेडिकल कॉलेज शहडोल में भर्ती हूं और वेंटिलेटर पर हूं. परिवार मझे निजी क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर अशोक राजपूत के यह लेकर गए थे. डॉक्टर ने कोरोना टेस्ट न करवानी की सलाह दी.मां के कोरोना टेस्ट का कहने पर भी डॉक्टर ने कहा की सिर्फ टाइफाइड है ठीक हो जाएगा. डॉक्टर ने 3000 रुपए की दवाई दे दी. कोरोना टेस्ट करवाने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई. बिना ऑक्सीजन के मुझे कोतमा से शहडोल मेडिकल कॉलेज लाया गया.युवक ने कहा कि अगर मेरी जान चली जाती है तो मेरी मौत का जिम्मेदार डॉ अशोक राजपूत होंगे.
कार्यवाई से पहले ही फरार हुआ आरोपी चिकित्सक
मामले में प्रशासन की कार्रवाई से पहले ही डॉक्टर अपना क्लीनिक बंद कर फरार हो गया. हालांकि प्रशासन ने क्लीनिक को सील कर दिया और डॉक्टर की तलाश की जा रही है.