अनूपपुर- नगर पालिका परिषद में 41 लाख रुपये के भ्रष्टाचार मामले में तत्कालीन सीएमओ कमलादेवी कौल, आशीष शर्मा, पूर्व सिटी मैनेजर अभिलाष त्रिपाठी और उनकी पत्नी आरती त्रिपाठी पर मामला दर्ज हुआ है.नगर परिषद के नियमों को दरकिनार करते हुए मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने अपने चहेतों को नौकरी का लाभ दिया जिसमें कमला देवी कौल कर्मचारी अरविंद कुमार मिश्रा, सुभाष, गोकर्ण केवट, आशीष चौरसिया और बेबी राठौर को दैनिक वेतन भोगी के रूप में नियुक्ति करते हुए 445457 रुपये का भुगतान किया गया. इसी तरह आशीष शर्मा ने भी चार कर्मचारियों तौसीफ अशरफ, गुलाब सिंह, भानु प्रताप और अनिल राठौर को नियुक्त करते हुए 594061 रुपये का भुगतान किया.
राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन में पूर्व सिटी मैनेजर अभिलाष त्रिपाठी और उनकी पत्नी आरती त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री स्व-रोजगार और मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना 2018-9 में बैंकों ने 69 हितग्राहियों का प्रकरण किया. 11 हितग्राहियों के खाते में 495000 मार्जिन मनी के रूप में डाले गए जिसमें नगर परियोजना अधिकारी के हस्ताक्षर भी हैं. शासन के निर्देशों की अनदेखी करते हुए 1211500 रुपये हितग्राहियों के खाते में जमा करते हुए उनसे वापस भी लिए गए.
बताया जा रहा है कि नगर पालिका परिषद अनूपपुर में अधिकारियों ने कार्यालय को भ्रष्टाचार का चारागाह बना लिया था. कलेक्टर से लेकर लोकायुक्त तक भ्रष्टाचार की शिकायतें भी हुईं थीं. जिसके बाद 25 जून 2019 को अपर आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल ने कलेक्टर के नाम पत्र लिखते हुए तत्कालीन सीएमओ कमला देवी कौल, आशीष शर्मा और पूर्व सिटी मैनेजर अविनाश त्रिपाठी और उनकी पत्नी आरती त्रिपाठी के विरुद्ध मामला दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे. इस आदेश के 4 महीने बाद चारों पर धोखाधड़ी के मामलों में नगर पालिका अधिकारी यशवंत वर्मा की शिकायत पर कोतवाली में धारा 409, 420, 497, 468, 471,120 बी के तहत पंजीबद्ध किया गया चारों अधिकारी-कर्मचारी अनूपपुर से स्थानांतरित हो चुके हैं.