अनूपपुर। नापतौल विभाग का कार्यालय आजकल पानी के बैलेंस का अंदाजा भी नहीं लगा पा रहा है क्योंकि दफ्तर के पास मूर्ति विसर्जन के लिए बना कुंड बारिश के चलते भर चुका है. ऊपर से दफ्तर तक पहुंचने के लिए रोजाना अधिकारियों-कर्मचारियों को छापेमारी जैसी कूद-फांद करनी पड़ती है और जब ऑफिस से निकलना होता है, तब भी उसी प्रक्रिया को दोहराना पड़ता है, जबकि ऑफिस तक पहुंचने के लिए जूता हाथ में लेकर लंबी छलांग लगानी पड़ती है. पिछले पांच साल से यही हाल है, लेकिन बारिश के दौरान इनकी ये समस्या और भी बढ़ जाती है.
नापतौल विभाग के कर्मचारी कई बार इस समस्या से प्रशासन को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. अधिकारियों ने बताया कि जिला प्रशासन ने वर्ष 2015 में त्योहार के दौरान खनिज विभाग तथा नापतौल विभाग के बीच गहरे गड्ढे को प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अस्थाई कुंड बनाया था. जिसमें हर साल मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है. बाद में इसे सुधारा नहीं गया, जिसके चलते नापतौल विभाग के कार्यालय तक पहुंचने के लिए आम आदमी के अलावा अधिकारियों-कर्मचारियों को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है.