ETV Bharat / state

उमेश ने ड्रिप पद्धति से उगाए फूलगोभी, बढ़ाई आमदनी - ड्रिप खेती से बढ़ी आमदनी

अनूपपुर में एक किसान ने ड्रिप पद्धति से खेती कर फूलगोभी उगाई. जिसका किसान को फायदा मिल रहा है.

Farmer Umesh grew cauliflower using drip method
ड्रिप पद्धति से खेती
author img

By

Published : Feb 10, 2021, 9:50 AM IST

अनूपपुर। कोतमा विकासखण्ड के ग्राम लालपुर के रहने वाले किसान उमेश साहू ड्रिप पद्धति से फूल गोभी उगाकर अपनी आमदनी बढ़ा ली है. खेती के परंपरागत तरीके के स्थान पर अब किसान ड्रिप पद्धति से खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं. इस पद्धति से खेती करके भारी मुनाफा कमा रहे हैं, इसमें उन्हें शासन से भी वित्तीय व तकनीकी मदद मिल रही है.

उद्यानिकी विभाग की सहायता से लाभ कमाया

अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए उमेश का रुझान शुरु से उद्यानिकी फसलों की खेती की ओर रहा है. परंपरागत तरीके से खेती करने में उन्हें खास लाभ नहीं हो रहा था. इसलिए उन्होंने उद्यानिकी विभाग से मदद मांगी. उद्यानिकी विभाग ने उन्हें खेतीबाड़ी के लिए ड्रिप सिस्टम के लिए अनुदान उपलब्ध कराया. इतना ही नहीं, उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन के साथ पावर टिलर एवं पावर स्प्रे पम्प भी दिया गया. फलस्वरूप उन्होंने ड्रिप पद्धति से उद्यानिकी फसलों की खेती शुरु कर दी.

10 हजार रुपये की लागत से फूलगोभी की खेती की शुरुआत की. इससे उन्हें 40-45 क्विंटल फूलगोभी का उत्पादन प्राप्त हुआ. जिसकी बिक्री से उन्हें 60 हजार रुपये की आमदनी हुई. उमेश ने इस रकम का उपयोग कई जरूरी कार्यों में किया. वह फसल का और उत्पादन बढ़ाने में लगे हुए हैं. ड्रिप पद्धति से फसल का उत्पादन बढ़ने से उत्साहित उमेश कहते हैं कि परंपरागत तरीके से खेती करने में विशेष फायदा नहीं था, लेकिन जैसे ही उन्होंने ड्रिप पद्धति से खेती की शुरुआत की, तो फायदा बढ़ता गया. उनके लिए ड्रिप पद्धति फायदेमंद सिद्ध हो रही है.

अनूपपुर। कोतमा विकासखण्ड के ग्राम लालपुर के रहने वाले किसान उमेश साहू ड्रिप पद्धति से फूल गोभी उगाकर अपनी आमदनी बढ़ा ली है. खेती के परंपरागत तरीके के स्थान पर अब किसान ड्रिप पद्धति से खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं. इस पद्धति से खेती करके भारी मुनाफा कमा रहे हैं, इसमें उन्हें शासन से भी वित्तीय व तकनीकी मदद मिल रही है.

उद्यानिकी विभाग की सहायता से लाभ कमाया

अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए उमेश का रुझान शुरु से उद्यानिकी फसलों की खेती की ओर रहा है. परंपरागत तरीके से खेती करने में उन्हें खास लाभ नहीं हो रहा था. इसलिए उन्होंने उद्यानिकी विभाग से मदद मांगी. उद्यानिकी विभाग ने उन्हें खेतीबाड़ी के लिए ड्रिप सिस्टम के लिए अनुदान उपलब्ध कराया. इतना ही नहीं, उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन के साथ पावर टिलर एवं पावर स्प्रे पम्प भी दिया गया. फलस्वरूप उन्होंने ड्रिप पद्धति से उद्यानिकी फसलों की खेती शुरु कर दी.

10 हजार रुपये की लागत से फूलगोभी की खेती की शुरुआत की. इससे उन्हें 40-45 क्विंटल फूलगोभी का उत्पादन प्राप्त हुआ. जिसकी बिक्री से उन्हें 60 हजार रुपये की आमदनी हुई. उमेश ने इस रकम का उपयोग कई जरूरी कार्यों में किया. वह फसल का और उत्पादन बढ़ाने में लगे हुए हैं. ड्रिप पद्धति से फसल का उत्पादन बढ़ने से उत्साहित उमेश कहते हैं कि परंपरागत तरीके से खेती करने में विशेष फायदा नहीं था, लेकिन जैसे ही उन्होंने ड्रिप पद्धति से खेती की शुरुआत की, तो फायदा बढ़ता गया. उनके लिए ड्रिप पद्धति फायदेमंद सिद्ध हो रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.