अनूपपुर। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गांव को शहर से जोड़ने के लिए एनएच-78 से सिमरिया चौराहा होते हुए कोतमा तक डामरीकरण किया जा रहा है. करीब 21 किलोमीटर लंबी सड़क बनाने के लिए मिले ठेके में बड़ा घोटाला हुआ है. जिसकी सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई गई है. शिकायत क्रमांक 14915157 के अनुसार सड़क निर्माण के पूर्व सड़क चौड़ीकरण के लिए एक-एक मीटर के गड्ढे सड़क के दोनों तरफ किए गए थे, जिसमें छोटे रोलर कंपेक्शन का काम कर 5 एमएम, 20 एमएम और 40 एमएम की गिट्टी डालकर चौड़ीकरण के लिए कम्पेक्शन करना था, लेकिन पैसे बचाने की जुगत में अधिकारियों से सांठगाठ कर ठेकेदार ने डस्ट और गिट्टी के मिक्चर को साइड़ के गड्ढों में डाल कर कॉम्पेक्ट कर दिया है. सड़क चौड़ीकरण में गुणवत्ता विहीन कार्य हो रहा है.
शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने बताई गुणवत्ता युक्त सड़क
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पैकेज क्रमांक एमपी 46704 में चौड़ीकरण के लिए किए गए गड्ढों को छोटे रोलर मशीन गड्ढे में उतार कर पहले कंपेक्शन का कार्य करना था, उसके बाद वर्ड मीनिंग के लिए खुदाई किए गए गड्ढे में 5, 20 और 40 एमएम की गिट्टी डालकर उसके ऊपर से रोलर चलाना था, लेकिन ठेकेदार ने चौड़ीकरण के लिए किए गए गड्ढों में न तो बेश में रोलर से कंपेक्शन किया और न ही गिट्टी डाली, गिट्टी की जगह डस्ट और गिट्टी के मिश्रण को डालकर खानापूर्ति कर दिया. जिसकी शिकायत के बावजूद अधिकारियों ने गुणवत्ता युक्त सड़क करार (Corruption game in Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana) दे दी है.
डब्लूएमएम में किया जा रहा सड़क से निकले मलबे का उपयोग
सड़क निर्माण में ऊपरी परत के बेस निर्माण के लिए पहले पुरानी सड़क को उखाड़कर उसके मलबे को अलग कर डब्ल्यूएमएम बिछाकर बेस तैयार किया जाता है, यहां मामला उल्टा ही चल रहा है. मनमानी का आलम (Silent administration on poor quality construction) ये है कि अधिकांशतः डब्ल्यूएमएम की जगह पुरानी सड़क से निकले गए मलबे को रोलर चलाकर बेस में डाला गया है, जबकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के नियम के अनुसार पुराने सड़क को उखाड़ कर उसके मलबे को सड़क से अलग करने के निर्देश दिए जाते हैं, जिसे दरकिनार कर ठेकेदार पुरानी सड़क के मलबे के ऊपर रोलर चलाकर उस पर ही डब्ल्यूएमएम बिछाकर सड़क निर्माण कर दिया है.
सीएम हेल्पलाइन में शिकायत का अब तक नहीं हुआ निराकरण
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पैकेज क्रमांक एमपी 4604 के गुणवत्ता विहीन निर्माण की शिकायत शिकायत क्रमांक 14915157 लगभग 5 माह पूर्व की गई थी, जिस पर विभाग गोलमोल जवाब देकर शिकायत बंद कराने का प्रयास कर रहा है. शिकायतकर्ता को बिना कार्यस्थल पर बुलाए अधिकारियों ने सीएम हेल्पलाइन में रिपोर्ट जमा कर दी. शिकायतकर्ता ने बताया कि अब तक एक भी बार उसे कार्यस्थल पर जांच के लिए आई टीम ने नहीं बुलाया है. बावजूद इसके उसकी सहमति की बात सामने आ रही है तो क्या सीएम हेल्पलाइन सिर्फ दिखावा है, जिस पर किसी प्रकार की शिकायत का निराकरण लंबे समय तक नहीं हो पा रहा है.
भ्रष्टाचार की खाई में तो नहीं डूब रही निर्माणाधीन सड़क!
सड़क निर्माण में ठेकेदार की लीपापोती के कारण गुणवत्ता विहीन सड़क तैयार हो रही है. अब देखना है कि सीएम हेल्पलाइन पर की गई शिकायत अधिकारियों के टेबल के चक्कर काटती रहती है या कोई कार्रवाई की जाती है. ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण में अपनाए गए रवैये से तो यही लग रहा है कि भ्रष्टाचार की खाई में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन सड़क डूबती जा रही है. न तो सही निर्माण हो रहा है और न ही चौड़ीकरण के लिए किए गए गड्ढों में कंपेक्शन का कार्य किया गया और न ही सड़क निर्माण के बेस में डब्ल्यूएमएम का कार्य गुणवत्ता युक्त किया जा रहा है. देखना ये है कि क्या पत्राचार के बाद अब किसी प्रकार की कार्रवाई होती है या फिर अधिकारियों की सांठगाठ से यूं ही गुणवत्ता विहीन निर्माण कार्य जारी रहता है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग के महाप्रबंधक जेके गुप्ता के 9893379918 नंबर पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उनका फोन रिसीव नहीं हुआ.