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anuppur mangubhai patel यह आदिवासी समाज का सुनहरा युग है, जाने क्या कहा राज्यपाल ने राष्ट्रपति के लिए - अनूपपुर आदिवासी समाज का यह सुनहरा समय

राज्यपाल लगातार आदिवासी क्षेत्रों का दौरा कर वहां के विकास कार्यों को देखने के साथ साथ उनकी समस्यायें भी सुन रहे हैं. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को आदिवासी समाज के गौरव की संज्ञा दी. मंगूभाई पटेल ने दूरस्थ बैगा बहुल ग्राम चचानडीह में जनसंवाद कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुनने के साथ बैगा जनजाति परिवार के घर भोजन भी किया. (anuppur mangubhai patel)

anuppur mangubhai patel
यह आदिवासी समाज का सुनहरा युग है
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Published : Oct 3, 2022, 6:14 PM IST

अनूपपुर। जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र के ग्राम चचानडीह (गड़ीदादर) में सोमवार को तस्वीर पूरी बदली सी नजर आई. दरसअल सोमवार को मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल एक बैगा जनजाति परिवार के घर भोजन करने पहुंचे. सवनी बाई बैगा पति बनसराम बैगा के यहां राज्यपाल के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार भोजन की व्यवस्था की गई थी. जहां पर राज्यपाल ने भोजन किया. (anuppur this is golden ara of tribal society)

आगे बढ़ रहा है आदिवासी समाज

आगे बढ़ रहा है आदिवासी समाजः मंगूभाई बोले कि मैं मध्यप्रदेश का राज्यपाल हूं, पर मैं आदिवासी समाज से हूं. देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मु भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति है. जिस पर आदिवासी समाज को गर्व है. उन्होंने कहा कि मै जिस आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत में जन संवाद कर रहा हूं, उसकी सरपंच भी आदिवासी महिला है. यह जानकर मुझे बेहद खुशी हुई. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज पढ़ लिखकर आगे बढ़ रहा है. यह युग आदिवासी समाज का सुनहरा युग है. उन्हाेंने कहा कि मध्यप्रदेश में 21 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासी समाज की है. (anuppur tribal society is moving forward) (anuppur draupadi murmu the pride of tribal society)

sickle cell disease राज्यपाल मंगुभाई ने सिकल सेल पर शोध के लिए जोर दिया, बोले जागरुकता अभियान चलाया जाए

आदिवासी समाज मेहनत कश समाजः आदिवासी समाज किसी की दया पर जीने वाला समाज नहीं है. आवश्यकता इस बात कि है आदिवासी समाज की ताकत को नई दिशा मिले. इससे आदिवासियों की प्रगति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने लोगों से अपील की, वे अपने बच्चों को ऑगनवाड़ी और स्कूल भेजें. बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर बनाएं. शासन द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. इन योजनाओं का लाभ लेकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाएं. (tribal society is a hardworking society)

विकास कार्यो की आई बाढ़ः जिस तरह से अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ अन्तर्गत आने वाले ग्राम चचानडीह (गड़ीदादर) में राज्यपाल के आने से अचानक प्रशासन ने विकास कार्यो की बाढ़ ला दी है. ये विकास सिर्फ कुछ ही दूरी तक सीमित है.अब तक जिस गांव में राज्यपाल का दौरा हुआ उसके खुद के पंचायत के अन्य ग्रामों में मूलभूत सुविधाओं का आभाव बना हुआ है. बहरहाल देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन अब दिखावे की दुनिया से बाहर निकलकर विकास कार्यो की तरफ रुख करेगा या फिर से संरक्षित बैगा जनजाति परिवार विकास से कोसो दूर रह जाएंगे. इसके अलावा जन संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना, परिवक्तता, उज्जवला योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, केटल शेड योजना के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए गए. (anuppur draupadi murmu the pride of tribal society)

अनूपपुर। जिले के पुष्पराजगढ़ जनपद क्षेत्र के ग्राम चचानडीह (गड़ीदादर) में सोमवार को तस्वीर पूरी बदली सी नजर आई. दरसअल सोमवार को मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल एक बैगा जनजाति परिवार के घर भोजन करने पहुंचे. सवनी बाई बैगा पति बनसराम बैगा के यहां राज्यपाल के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अनुसार भोजन की व्यवस्था की गई थी. जहां पर राज्यपाल ने भोजन किया. (anuppur this is golden ara of tribal society)

आगे बढ़ रहा है आदिवासी समाज

आगे बढ़ रहा है आदिवासी समाजः मंगूभाई बोले कि मैं मध्यप्रदेश का राज्यपाल हूं, पर मैं आदिवासी समाज से हूं. देश की राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मु भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति है. जिस पर आदिवासी समाज को गर्व है. उन्होंने कहा कि मै जिस आदिवासी बाहुल्य ग्राम पंचायत में जन संवाद कर रहा हूं, उसकी सरपंच भी आदिवासी महिला है. यह जानकर मुझे बेहद खुशी हुई. उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज पढ़ लिखकर आगे बढ़ रहा है. यह युग आदिवासी समाज का सुनहरा युग है. उन्हाेंने कहा कि मध्यप्रदेश में 21 प्रतिशत जनसंख्या आदिवासी समाज की है. (anuppur tribal society is moving forward) (anuppur draupadi murmu the pride of tribal society)

sickle cell disease राज्यपाल मंगुभाई ने सिकल सेल पर शोध के लिए जोर दिया, बोले जागरुकता अभियान चलाया जाए

आदिवासी समाज मेहनत कश समाजः आदिवासी समाज किसी की दया पर जीने वाला समाज नहीं है. आवश्यकता इस बात कि है आदिवासी समाज की ताकत को नई दिशा मिले. इससे आदिवासियों की प्रगति और उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा. उन्होंने लोगों से अपील की, वे अपने बच्चों को ऑगनवाड़ी और स्कूल भेजें. बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर कलेक्टर, डॉक्टर, इंजीनियर बनाएं. शासन द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है. इन योजनाओं का लाभ लेकर अपने बच्चों को खूब पढ़ाएं. (tribal society is a hardworking society)

विकास कार्यो की आई बाढ़ः जिस तरह से अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ अन्तर्गत आने वाले ग्राम चचानडीह (गड़ीदादर) में राज्यपाल के आने से अचानक प्रशासन ने विकास कार्यो की बाढ़ ला दी है. ये विकास सिर्फ कुछ ही दूरी तक सीमित है.अब तक जिस गांव में राज्यपाल का दौरा हुआ उसके खुद के पंचायत के अन्य ग्रामों में मूलभूत सुविधाओं का आभाव बना हुआ है. बहरहाल देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन अब दिखावे की दुनिया से बाहर निकलकर विकास कार्यो की तरफ रुख करेगा या फिर से संरक्षित बैगा जनजाति परिवार विकास से कोसो दूर रह जाएंगे. इसके अलावा जन संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना, परिवक्तता, उज्जवला योजना, लाडली लक्ष्मी योजना, केटल शेड योजना के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए गए. (anuppur draupadi murmu the pride of tribal society)

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