अनूपपुर। मध्य प्रदेश के अमरकंटक में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (आईजीएनटीयू) में पढ़ने वाले केरल के 4 छात्र सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प में घायल हो गए. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि 4 छात्रों को चोटें आईं और उन्हें एंबुलेंस से अनूपपुर जिला अस्पताल ले जाया गया है. छात्रों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस घटना को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने तीखी आलोचना की है, उन्होंने कहा कि पहचान के आधार पर व्यक्तियों के प्रति बढ़ती शत्रुता का विरोध किया जाना चाहिए.
तस्वीरें खींचने को लेकर विवाद: IGNTU के जनसंपर्क अधिकारी विजय दीक्षित ने कहा कि 10 मार्च की रात विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के पास एक पानी की टंकी पर तस्वीरें क्लिक करने को लेकर छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस हो गई. उन्होंने बताया कि मामला लड़ाई में बदल गया, जिसके बाद सुरक्षाकर्मी के खिलाफ छात्र शिकायत लेकर अमरकंटक पुलिस थाने पहुंचे. जिन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. घटना के बाद चारों छात्रों का मेडिकल परीक्षण कराया गया, जो सामान्य है. छात्रों के मेडिकल परीक्षण एवं कथनों के आधार पर थाना अमरकंटक में अपराध क्रमांक 56/2023, धारा 294,323,506, 34 सुरक्षा गार्ड रामेश्वर मांझी, सुरक्षा सुपरवाइजर छविलाल मेहरा एवम वीरेंद्र सिंह के विरुद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है.
केरल के मुख्यमंत्री ने की निंदा: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को कहा कि पहचान के आधार पर लोगों के प्रति बढ़ती दुश्मनी का विरोध किया जाना चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि "IGNTU में केरल के छात्रों पर हमले भयावह हैं और हमारे देश में उनकी पहचान के आधार पर व्यक्तियों के प्रति बढ़ती दुश्मनी का विरोध करने की आवश्यकता हैं. विश्वविद्यालय को दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और परिसर में सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए".
शशि थरूर ने कहा ये राक्षसी व्यवहार: इस घटना की निंदा करते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर लिखा कि, "छात्रों के खिलाफ अपने विश्वविद्यालय परिसर के भीतर एक अनजाने और मामूली बात के लिए इस तरह की क्रूरता के बारे में जान कर हैरान हूं. मैं जनजातीय विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ खड़ा हूं और उन लोगों से पूरी जवाबदेही की मांग करता हूं जिन्होंने ऐसा राक्षसी व्यवहार किया".
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केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र: सीपीआई (एम) के सांसद एलामारम करीम ने केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि सुरक्षाकर्मियों ने केरल के छात्रों पर हमला किया, जो परिसर के अंदर विभिन्न प्रकार के भेदभाव का सामना कर रहे थे. उन्होंने केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की और सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है. विश्वविद्यालय के पीआरओ दीक्षित ने कहा कि केरल के लोकसभा सांसद ईटी मोहम्मद बशीर ने सुरक्षा कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति को भी पत्र लिखा है.