आगर। कोराना वायरस जैसी संक्रामक महामारी के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के साथ-साथ स्व सेवी संस्थाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रही हैं, ताकि इस जंग से पार पाने में कामयाब हो सकें.
कलेक्टर संजय कुमार और सीईओ जिला पंचायत अंजली जोसेफ के निर्देशानुसार राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत स्व-सहायता समूह की महिलाएं भी कोराना जैसी महामारी की रोकथाम और उसके संक्रमण को रोकने हेतु योगदान दे रही हैं.
आजीविका मिशन अन्तर्गत संचालित सहेली सामुदायिक सहयोग संस्था तनोडिया, ज्योति एकता सामुदायिक सहयोग संस्था बड़ोद और जागृति सामुदायिक सहयोग संस्था सुसनेर के द्वारा मास्क, साबुन, सर्फ, पीपीई किट बनाने का काम किया जा रहा है. साथ ही स्व सहायता समूह की महिलाएं मास्क, साबुन, सेनिटाइजर किट तैयार कर रही हैं.
इनके द्वारा तैयार किए जा रहे मास्क साबुन सर्फ व सेनिटाइजर जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. अभी तक स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा 80 हजार मास्क, 4 हजार 200 साबुन, 110 किलोग्राम डिटर्जेंट पाउडर और 25 लीटर सेनिटाइजर, 70 पीपीई किट तैयार किया जा चुका है. ये सभी वस्तुएं जिला प्रशासन, ग्राम पंचायत, स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास और राजस्व विभाग के माध्यम से ग्रामीण परिवारों तक पहुंचाए जा रहे हैं.
स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मास्क के लिए कॉटन के कपड़े से बनवाकर सस्ते दर पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं महिलाओं के द्वारा इन उत्पादों का निर्माण करते समय और उत्पादों की पैकिंग करते हुए समय पूरी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है. ताकि इनके उपयोग में किसी प्रकार के संक्रमण की संभावना न रहे. पूरी लगन और मेहनत से अपने जिले वासियों को कोराना संक्रमण से बचाने के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है.