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इंद्र रथ की तर्ज पर बनाया जा रहा राम मंदिर, दान पेटी में आने वाली राशि से हो रहा निर्माण - सुसनेर

आगर मालवा में प्रसिद्ध कालवा बालाजी हुनमान मंदिर परिसर में हनुमान जी के आराध्य प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.

ram temple being built on the lines of indra rath
इंद्र रथ की तर्ज पर बनाया जा रहा राम मंदिर
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Published : Jan 18, 2020, 7:07 PM IST

Updated : Jan 18, 2020, 7:41 PM IST

आगर मालवा। जिले के सुसनेर के समीप स्थित क्षेत्र के प्रसिद्ध कालवा बालाजी हुनमान मंदिर परिसर में हनुमान जी के आराध्य प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस मंदिर का निर्माण दानपेटी में आने वाली राशि और श्रद्धालुओं के जनसहयोग से किया जा रहा है.

इंद्र रथ की तर्ज पर बनाया जा रहा राम मंदिर

खास बात ये है कि त्रेतायुग के रामायण काल में राम-रावण युद्ध के लिए देवराज इंद्र के द्वारा भगवान राम के लिए भेजे गए रथ की तर्ज पर इस मंदिर को बनाया जा रहा है. जिसमें आगे पांच घोड़े बनाए गए हैं तो वहीं पूरे मंदिर को रथ का आकार दिया गया है. करीब 60 लाख रूपए की राशि से बनने वाले इस इंद्र रथ राम मंदिर का निर्माण पिछले 4 सालों से चल रहा है. दान पेटी में जितनी राशि आती है और जो जनसहयोग मिल रहा है उस राशि से साल 2021 में इस मंदिर का निर्माण कार्य पुरा किया जाएगा. उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित करके मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी के साथ ही सारथी के रूप में माथली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी.

कालवा बालाजी मंदिर के व्यवस्थापक दिनेश जैन के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण त्रेतायुग के इंद्र रथ की तर्ज पर किया जा रहा है. जब भगवान नंगे पैर रावण से युद्ध कर रहे थे, तब इंद्र देव ने ये रथ राम के पास भेजा था. अभी मंदिर में वेदी निर्माण, घोड़े और शिखर का निर्माण किया जा रहा है. उसके बाद दोनों तरफ कांच लगाए जाना है.

आगर मालवा। जिले के सुसनेर के समीप स्थित क्षेत्र के प्रसिद्ध कालवा बालाजी हुनमान मंदिर परिसर में हनुमान जी के आराध्य प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस मंदिर का निर्माण दानपेटी में आने वाली राशि और श्रद्धालुओं के जनसहयोग से किया जा रहा है.

इंद्र रथ की तर्ज पर बनाया जा रहा राम मंदिर

खास बात ये है कि त्रेतायुग के रामायण काल में राम-रावण युद्ध के लिए देवराज इंद्र के द्वारा भगवान राम के लिए भेजे गए रथ की तर्ज पर इस मंदिर को बनाया जा रहा है. जिसमें आगे पांच घोड़े बनाए गए हैं तो वहीं पूरे मंदिर को रथ का आकार दिया गया है. करीब 60 लाख रूपए की राशि से बनने वाले इस इंद्र रथ राम मंदिर का निर्माण पिछले 4 सालों से चल रहा है. दान पेटी में जितनी राशि आती है और जो जनसहयोग मिल रहा है उस राशि से साल 2021 में इस मंदिर का निर्माण कार्य पुरा किया जाएगा. उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित करके मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी के साथ ही सारथी के रूप में माथली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी.

कालवा बालाजी मंदिर के व्यवस्थापक दिनेश जैन के मुताबिक इस मंदिर का निर्माण त्रेतायुग के इंद्र रथ की तर्ज पर किया जा रहा है. जब भगवान नंगे पैर रावण से युद्ध कर रहे थे, तब इंद्र देव ने ये रथ राम के पास भेजा था. अभी मंदिर में वेदी निर्माण, घोड़े और शिखर का निर्माण किया जा रहा है. उसके बाद दोनों तरफ कांच लगाए जाना है.

Intro:आगर-मालवा। जिलें के सुसनेर के समीप स्थित क्षेत्र के प्रसिद्ध कालवा बालाजी हुनमान मंदिर परिसर में हनुमानजी के आराध्य प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। वह भी मंदिर की दानपेटी में आने वाली राशि व श्रद्धालुओं के जनसहयोग से। खास बात यह है कि त्रेतायुग के रामायण काल में राम-रावण युद्ध के लिए देवराज इंद्र के द्वारा भगवान राम के लिए भेजे गए रथ की तर्ज पर इस मंदिर को बनाया जा रहा है। जिसमें आगे पांच घोडे बनाए गए है तो वही पूरे मंदिर को रथ का आकार दिया गया है। करीब 60 लाख रूपये की राशि से बनने वाले इस इंद्र रथ राम मंदिर का निर्माण विगत चार साल सालो से चल रहा है। दान पेटी में जितनी राशि आती है। और जो जनसहयोग मिल रहा है उस राशि से वर्ष 2021 मंे इस मंदिर का निर्माण कार्य पुरा किया जाएगा। और उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम आयोजित करके मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमानजी के साथ ही सारथी के रूप में माथली की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी।Body:यहां आने वाले श्रद्धालुओं को होगा त्रेतायुग का स्मरण

कालवा बालाजी मंदिर के व्यवस्थापक दिनेश जैन के अनुसार इस मंदिर का निर्माण त्रेतायुग के इंदरथ की तर्ज पर किया जा रहा है। जब भगवान नंगे पेर रावण से युद्ध कर रहे थे। तब इंद्रदेव ने यह रथ रामजी के पास भेजा था। और इस रथ में सवार होकर भगवान राम ने बुराई पर अच्छाई की, असत्य पर सत्य की और अधर्म पर धर्म की विजयी प्राप्त की थी। यहा आने वाले श्रद्धालुओं को यह मंदिर त्रेतायुग में भगवान श्रीराम के जीवन का स्मरण कराएगा। जिनका पूरा जीवन मानव के लिए प्ररेणादायी रहा है।Conclusion:2021 में होगी प्राण प्रतिष्ठा, जयपुर से मंगाई जाएगी राम दरबार की प्रतिमाएं
व्यवस्थापक दिनेश जैन ने बताया कि दान पेटी व जनसहयोग की 60 लाख रूपये की राशि से इस मंदिर का निर्माण पिछले चार सालो से किया जा रहा है। अभी इसमें वेदी निर्माण, घोडे व शिखिर का निर्माण किया जा रहा है। उसके बाद दोनो तरफ कांच लगाए जाना है। एक-एक द्वारपाल बनाए जाएंगे। उसके बाद रंग-रोगन किया जाकर इसे 2021 तक तैयार किया जाएगा। उसके बाद प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित करके 5 फीट ऊंची संगमरमर की श्रीराम, लक्ष्मण, सीताजी और हनुमानजी की प्रतिमाएं स्थापित की जाएगी। रथ के बाहर सारथी की प्रतिमा भी लगाई जाएगी। ये सारी प्रतिमाएं जयपूर से मंगवाई जाएगी। इस मंदिर को इंद्ररथ राम मंदिर का नाम दिया गया है।

विजुअल- कालवा बालाजी मंदिर परिसर में किय जा रहा है इंद्र रथ राम मंदिर का निर्माण।
कालवा बालाजी व मंदिर का।
घोडे, रथ के पहीये व वेदी का निर्माण व अन्य विजुअल-संलगन है।

बाईट- दिनेश जैन, व्यवस्थापक कालवा बालाजी मंदिर।
Last Updated : Jan 18, 2020, 7:41 PM IST
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