आगर। शहर के स्थानीय लोगों ने पर्यावरण संरक्षण की बेहतरीन मिसाल पेश की है. गुफा बरडा के सामने स्थित मौला अली टेकरी वाली पहाड़ी पिछले कई सालों से वीरान दिखाई देती थी, लेकिन जनभागीदारी और लोगों की कड़ी मेहनत ने इसे हरा-भरा कर दिया.
मौला अली टेकरी पर पानी की व्यवस्था नहीं होने से पेड़-पौधे विकसित नहीं हो पा रहे थे. ऐसी हालत में कुछ युवाओं ने आपस में राशि जमा कर एक ट्यूबवेल लगवाया और पहाड़ी पर पौधे लगाने शुरू किए. अब 13 साल की मेहनत के बाद यह पहाड़ी हरी-भरी हो गई है.
यहां के लोगों ने वीरान पहाड़ी पर पौधे लगाने के लिए न तो किसी तरह का प्रचार-प्रसार किया और न ही सरकारी खजाने से कोई मदद ली. स्वप्रेरणा से पर्यावरण संरक्षण करने के लिहाज से ग्रामीण अपने काम में जुट गए और उसके सकारात्मक परिणाम भी अब दिखाई दे रहे हैं. बता दें कि इस 200 फीट ऊंची पहाड़ी पर आम, बादाम, अनार, इमली, खिरनी, सागौन, शीशम सहित दूसरे छायादार पौधे लगाए गए थे, जिन्होंने अब पेड़ का रूप ले लिया है.