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पटवारी की कारगुजारी से अन्नदाता परेशान, शिकायत के बावजूद प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान

किसानों के मुताबिक डैम निर्माण में तकरीबन 9 किसानों की करीब 140 बीघा जमीन आ रही है. किसान अपनी जमीन के एवज में मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

पटवारी की कारगुजारी से अन्नदाता परेशान
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Published : Apr 26, 2019, 9:10 PM IST

आगर। पटवारी पर रिश्वत मांगने का सनसनीखेज आरोप लगा है. सेमली गांव के किसानों का आरोप है कि डैम निर्माण के दायरे में उनकी जमीन आ रही है, लेकिन पटवारी राहुल जैन मुआवजे दिलवाने की आड़ में उनकी सिंचित जमीन को असिंचित बताकर एक-एक लाख रूपये की मांग कर रहा है.

पटवारी की कारगुजारी से अन्नदाता परेशान

किसानों का कहना है कि उन्होंने मामले की भोपाल राजस्व सचिव, कमिश्नर और कलेक्टर से शिकायत की है, लेकिन किसी ने उनकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया. किसानों के मुताबिक डैम निर्माण में तकरीबन 9 किसानों की करीब 140 बीघा जमीन आ रही है. किसान अपनी जमीन के एवज में मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

पीड़ित किसान गोपाल का कहना है कि पटवारी रिश्वत नहीं देने पर जमीन को असिंचित ही रहने देने की बात कर रहा है. किसानों के मुताबिक असिंचित भूमि का मुआवजा 2 लाख 80 हजार जबकि सिंचित जमीन का 4 लाख 80 हजार रूपये प्रति बीघा के हिसाब से दिया जाता है. पटवारी राहुल जैन ने किसानों के आरोपो को निराधार बताया है. हालांकि कैमरे के सामने उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार किया है.

आगर। पटवारी पर रिश्वत मांगने का सनसनीखेज आरोप लगा है. सेमली गांव के किसानों का आरोप है कि डैम निर्माण के दायरे में उनकी जमीन आ रही है, लेकिन पटवारी राहुल जैन मुआवजे दिलवाने की आड़ में उनकी सिंचित जमीन को असिंचित बताकर एक-एक लाख रूपये की मांग कर रहा है.

पटवारी की कारगुजारी से अन्नदाता परेशान

किसानों का कहना है कि उन्होंने मामले की भोपाल राजस्व सचिव, कमिश्नर और कलेक्टर से शिकायत की है, लेकिन किसी ने उनकी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया. किसानों के मुताबिक डैम निर्माण में तकरीबन 9 किसानों की करीब 140 बीघा जमीन आ रही है. किसान अपनी जमीन के एवज में मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

पीड़ित किसान गोपाल का कहना है कि पटवारी रिश्वत नहीं देने पर जमीन को असिंचित ही रहने देने की बात कर रहा है. किसानों के मुताबिक असिंचित भूमि का मुआवजा 2 लाख 80 हजार जबकि सिंचित जमीन का 4 लाख 80 हजार रूपये प्रति बीघा के हिसाब से दिया जाता है. पटवारी राहुल जैन ने किसानों के आरोपो को निराधार बताया है. हालांकि कैमरे के सामने उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार किया है.

Intro:समीपस्थ ग्राम सेमली के कुछ किसानों ने डैम निर्माण के दौरान डूब में आ रही भूमि का असिंचित से सिंचित का मुआवजा दिलवाने के एवज में पटवारी पर प्रत्येक किसान से एक-एक लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया है। इस बात की शिकायत किसानो ने राजस्व सचिव भोपाल से लेकर कमिश्नर व कलेक्टर तक से की है लेकिन समस्या का निराकरण नही हो पाया है।
बता दे कि समिस्थ ग्राम सेमली में बनने वाले डैम के अंतर्गत दर्जनों किसानों की भूमि डूब में आ रही है। इस डैम के अंतर्गत जिन किसानों की कृषि भूमि सिंचित है उन किसानों की भूमि को असिंचित बताकर मुआवजा देने की तैयारी चल रही है जबकि किसानों की भूमि सिंचित है और इस भूमि पर किसान खेती तक करते है वही इस भूमि पर जितने भी जलस्त्रोत है उन सभी मे पानी भी है ऐसे में किसानों का कहना है कि जवाबदार उनकी भूमि को असिंचित कैसे बता रहे है।


Body:पीड़ित किसान गोपाल, कन्हैयालाल, कनीराम, भँवरबाई आदि ने बताया कि वर्षो से वे सभी इस भूमि पर खेती करते हुवे आ रहे है। यहां डैम बन रहा है तो अच्छी बात है लेकिन डैम के अंतर्गत डूब में आने वाली उनकी भूमि का उन्हें उचित मुआवजा मिलना चाहिए ताकि उस राशि से वे अन्य स्थान पर कृषि योग्य भूमि खरीद सके लेकिन पटवारी ने हमारी इस कृषि योग्य भूमि को असिंचित बताया गया है जबकि यह भूमि सिंचित है और पानी की पर्याप्त व्यवस्था होने के साथ ही हर साल अच्छी फसल होती है। वही पटवारी इस भूमि को असिंचित बताकर सिंचित करने के लिए प्रत्येक किसान से एक-एक लाख रूपए की मांग कर रहा है। किसानों बताया कि डूब में आने वाली असिंचित भूमि का 2 लाख 80 हजार तथा सिंचित भूमि का 4 लाख 80 हजार रुपये प्रति बीघा के हिसाब से दिए जाने है। पटवारी रुपये नही दिए जाने के एवज में उस भूमि असिंचित ही रहने देने की बात कर रहा है। बता दे सेमली में बनने वाले डैम के लिए जगह का चिन्हांकन कर काम शुरू भी किया जा चुका है। 9 किसानो की करीब 140 बीघा भूमि का यह मामला सामने आया है।


Conclusion:जब इस संबंध में किसानों से रुपये मांगने वाले पटवारी राहुल जैन से बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने अपनी बात रखने से इनकार करते हुवे कहा कि वह हल्का किसी और पटवारी का है वह पटवारी कुछ दिनों के अवकाश पर है इसलिए मुझे वहां का भी प्रभार दिया गया है किसान जो भी आरोप लगा रहे है वह निराधार है।
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