आगर मालवा। एक सरकारी दफ्तर से दूसरे सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने वाले जिलेवासियों को बड़ी राहत मिलने वाली है. लोगों को अब अपने कार्यों के लिए अलग-अलग विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. करीब 21 करोड़ रुपये की लागत से कलेक्ट्रेट का नया भवन बनकर लगभग तैयार हो चुका है. नये भवन में शिफ्ट होने के बाद जिलेवासियों को जगह-जगह भटकना नहीं पड़ेगा. एक ही परिसर में कलेक्ट्रेट से जुड़े हुये सभी कार्यालय संचालित होने लगेंगे.
6 साल बाद जिले को मिला नया कलेक्ट्रेट
आगर को जिला बने हुये 6 साल के करीब होने वाले हैं. अभी तक कलेक्ट्रेट नेहरू कॉलेज के पुराने भवन में संचालित हो रहा था. यहां जगह की कमी के चलते कलेक्ट्रेट से जुड़े कई विभाग अपने काम यहां संचालित नहीं कर पा रहे थे. ऐसी दशा में आम लोगों को इधर-उधर कार्यालय तलाशने और अपने जरूरी कार्य कराने के लिये काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
3 मंजिल भवन में बने 50 कक्ष
लेकिन 3 मंजिल नये कलेक्ट्रेट भवन में 40 से 50 बड़े कक्ष बनाये गए हैं जहां सभी विभाग अपने कामकाज आसानी से संचालित कर पायेंगे वहीं लोगों को भी सारे विभाग की सुविधायें एक ही परिसर में मिल जायेगी. संभावना है कि जुलाई माह के अंत तक कलेक्ट्रेट नये भवन में शिफ्ट हो जयेगा.
एक साथ 51 विभाग संचालित होंगे
नये भवन में करीब 51 विभाग एक साथ संचालित होंगे. कलेक्ट्रेट का आंतरिक और बाहरी हिस्सा लगभग बनकर तैयार है. बाहरी स्वरूप को निखारने के लिए बगीचा और अप्रोच रोड आदि का काम शेष है. पीआईयू विभाग के परियोजना यंत्री धर्मेंद्र यादव ने बताया कि 21 करोड़ की लागत से बना नया कलेक्ट्रेट भवन बनकर लगभग तैयार है. जुलाई अंत तक कार्यालयों की शिफ्टिंग और 15 अगस्त से नये भवन में कामकाज शुरू कर दिया जायेगा.