आगर मालवा। सुसनेर नगर पंचायत में पश्चिमी क्षेत्र विघुत वितरण कंपनी द्वारा 4 महीने तक चले लॉकडाउन में उपभोक्ताओं से वूसली नहीं की गई थी, अब उन्हें 'सरल बिजली योजना' में पात्र होने के बाद भी 100 रुपये के बजाए हजारों रुपये के बिल थमाए जा रहे हैं. इतवारीया बाजार के 12 से ज्यादा ग्राहकों को हजारों रुपये के बिल बिजली कम्पनी ने दे दिए हैं. कर्मचारियों ने बिल की राशि जमा नहीं करने पर ग्राहकों के कनेक्शन काट दिए, जिसके बाद सभी उपभोक्ता बिजली कम्पनी के कार्यालय पहुंचे. यहां कम्पनी के डीई अमरेश सेठ से चर्चा की. उन्होंने बिल की राशि में कुछ छूट देते हुए बिल जमा करने की बात कही, लेकिन कुछ उपभोक्ता डटे रहे. अब वो सभी के बिलों की राशि कम करने की मांग कर रहे हैं. ऐसा नहीं किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी उपभोक्ताओं द्वारा दी गई है.
इतवारिया बाजार के उपभोक्ताओं ने बताया कि, 'हम सब सरल बिजली योजना के अंतर्गत पात्र हितग्राही हैं. पिछले कुछ महीनों से हमारा बिजली बिल 100 से 200 रुपये के लगभग आ रहा था, लेकिन अब जो बिल दिए जा रहे हैं, उसमें बकाया राशि जोड़कर और खपत से अधिक बिल की राशि थमाई जा रही है'.
बिजली कम्पनी के डीई अमरेश सेठ का कहना है कि, 'कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान कई ग्राहकों को बिजली बिल में छूट दी गई थी. अधिकांश उपभोक्ताओं ने सालों से बिजली बिल जमा नहीं किए. इसी वजह से अब बिल ज्यादा आया है, लेकिन उसके बाद भी कुछ उपभोक्ता शिकायत लेकर आए थे. हालांकि उन्हें कुछ राशि की छूट दे दी गई है'.