आगर मालवा। विधि की पढ़ाई में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बड़ी सौगात दी गई है. जिला मुख्यालय स्थित पुराने कलेक्ट्रेट भवन में सोमवार को उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने विधि कॉलेज का लोकार्पण किया. आगामी 8 अक्टूबर से विधि कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया भी आरंभ हो जाएगी, ऐसे में विधि की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
बता दें, की विधि कॉलेज खोले जाने को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों व जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था और ये सभी की कोशिश का नतीजा है कि विधि कॉलेज जिला मुख्यालय पर खोला जा सका. वहीं कॉलेज के संचालन को लेकर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी जरूरी कार्रवाई भी पूरी कर ली गई है.
बता दे, कि जिला बनने से पूर्व आगर में विधि संकाय की पढ़ाई नेहरू शासकीय कॉलेज में होती थी लेकिन वर्ष 2012 में प्रदेश में भाजपा सरकार के समय कुछ नियमो को लेकर विधि संकाय बन्द हो गया था. वर्ष 2012 के बाद से ही विधि कॉलेज खोलने की मांग उठ रही थी लेकिन उच्च शिक्षा विभाग इस पर कोई निर्णय नही ले पा रहा था लेकिन इस बार मंत्री मोहन यादव के प्रयासों से जिले में विधि कालेज दोबारा खोला जा सका.
कार्यक्रम की शुरुआत में सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई उसके बाद फिता काटा गया. इस दौरान मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पूरे उज्जैन संभाग में आगर का विधि कॉलेज ऐसा है जहां खुद के भवन में यह कॉलेज संचालित होगा. अन्य जिलों में तो अभी भवन का निर्माण कार्य ही चल रहा है.
इस कॉलेज की सौगात के बाद अब जिले के विद्यार्थियों को बाहर जाने की परेशानी भी समाप्त हो जाएगी. बता दे, की क्षेत्रवासियों की मांग पर कॉलेज नाम बाबा बैजनाथ के अनन्य भक्त रहे एडवोकेट जयनारायण बापजी के नाम पर रखा गया.