आगर मालवा। कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन जारी है. ऐसे में गर्मी के मौसम में चलने वाला अस्थाई काम-धंधा प्रभावित हुआ है. शीतल पेय पदार्थों के व्यापार पर ज्यादा असर पड़ा है. इस बार गन्ने के रस, बर्फ के गोले, लस्सी, छाछ, कोल्डड्रिंक्स, आइसक्रीम सहित गर्मी के पेय और खाद्य पदार्थों से महरूम रहना पड़ रहा है. वहीं लॉकडाउन की वजह से जिले में प्रतिदिन लाखों रुपयों का होने वाला बाजार ठप पड़ गया है.
लॉकडाउन के चलते दुकानें बंद हैं. आइसक्रीम से लेकर शीतल पेय पदार्थों से लोगों को दूर होना पड़ रहा है. व्यापारियों का धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया है. शहर के कुछ दुकानदार बताते हैं कि, इस बार कोरोना वायरस की वजह से गर्मी में शीतल पेय पदार्थों का व्यापार शुरू नहीं हो सका. लॉकडाउन लम्बा चलने के कारण कई व्यापारी के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है, जिससे परिवार चलाने में समस्या आ रही है.
हर साल अप्रैल माह में लाखों रुपए की खपत हो जाती थी. शहरों के मुकाबले बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में माल जाता था, जिनमें हर साल मार्च में कंपनियां पैक्ड कोल्ड्रिंक्स की सप्लाई कराती थीं, लेकिन इस बार 22 मार्च 2020 से लागू लॉकडाउन के बाद समस्याओं का अंबार लग गया है.
अस्थाई धंधा नहीं चलने से व्यापारी परेशान और निराश है. जारी लॉकडाउन ने व्यापार को पूरी तरह से चौपट कर दिया है. वहीं लोगों को भी शीतल पेय पदार्थों से वंछित रहना पड़ रहा है. छोटे-छोटे दुकानों के नहीं खुलने पर लोग भी मायूस हो गए है.