आगर मालवा। आगर में मंगलवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सांसद महेन्द्र सिंह सोलंकी एवं रोडमल नागर की उपस्थिति में संपन्न हुई. बैठक में जिले में सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता कर इसमें कमी लाने के लिए प्रभावी और समन्वित प्रयास करने की बिंदुओं पर चर्चा की गई.
बैठक में जिला परिवहन अधिकारी अंबिका प्रसाद श्रीवास्तव ने पालन प्रतिवेदन की जानकारी दी. उन्होंनें जिले में हुई सड़क दुर्घटनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जनवरी से जून- 2020 में जिले में 129 सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें 37 लोगों की मौत हुई है और 187 लोग घायल हुए हैं. वहीं इस अवधि में गत वर्ष-2019 में 170 सड़क दुर्घटना हुई थी, जिसमें 65 की मौत और 296 व्यक्ति घायल हुए थे.
जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों का चिन्हांकन कर संकेतक बोर्ड लगवाए जा रहे हैं. जिन क्षेत्रों में 500 मीटर की दूरी में विगत तीन वर्षां में 5 गंभीर दुर्घटना और 10 से अधिक व्यक्ति की मृत्यु हुई है, उन्हें ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर साइन बोर्ड, बार मार्किंग के लिए विभाग स्तर पर कार्रवाई की जा रही है. अंधे मोड़ पर रेडियम और साइन बोर्ड लगाकर दुर्घटनाओं में कमी लाने प्रयास किए जा रहे हैं.
कलेक्टर अवधेश शर्मा ने निर्देश दिए कि सभी संबंधित अधिकारी जिला सड़क सुरक्षा समिति के निर्णय और निर्देशों का पालन सुनिश्चित कर, प्रतिवेदन पेश करें. कलेक्टर ने यातायात पार्क के लिए जगह चिन्हित करने और शहरी क्षेत्रों में बायपास बनाने के लिए संबंधित विभाग प्रस्ताव बनाकर भेजना सुनिश्चित करें. बैठक को पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सगर ने भी यातायात संबंधी जानकारी दी.
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विजय कुमार सिंह, यातायात थाना प्रभारी सोनू बडगुर्जर सहित जनप्रतिनिधिगण सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे.
यातायात नियमों को लेकर जागरुकता की जरूरत
सांसद सोलंकी ने निर्देश दिए कि जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए परिवहन विभाग सहित सभी संबंधित विभाग मिलकर सामूहिक प्रयास करें. नियमित जागरुकता कार्यक्रम आयोजित कर यातायात नियमों के प्रति आमजन में जागरुकता लाएं. यातायात नियमों को अनदेखा करने पर चालानी कार्रवाई की जाएं. जिले में दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिन्हांकित कर, ऐसे क्षेत्रों में दुर्घटना रोकने के लिए गति निर्धारण कर संकेतक लगवाए जाएं. ऐसे सार्वजनिक स्थान जहां आवागमन अधिक हो वह वाहनों के लिए गति सीमा संकेतक लगाएं और स्पीड ब्रेकर बनवाए जाएं. उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में ब्लैक स्पॉट के रूप चिन्हित क्षेत्रों में दुर्घटना के कारणों का अध्ययन कर, उसे दूर करने का प्रयास करें. जो सड़के घुमावदार होने से दुर्घटना का कारण बनती हैं, उन्हें दुर्घटना विहीन बनाने के लिए शासन स्तर पर प्रस्ताव भेजे जाएं. उन्होंने आमला में तिराहे पर संकेतक बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए हैं.