आगर मालवा। कोरोना वायरस के प्रकोप ने सबकों अपनी चपेट में ले रखा है, जिसके बाद कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी अवधेश शर्मा ने कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर दो क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन घोषित कर दिया है.
जिले में हनुमान मंदिर स्थित विवेकानंद कॉलोनी और कानड़ में वार्ड नम्बर-11 नासीर कॉलोनी सहित वार्ड नम्बर-14 सारंगपुर रोड क्षेत्र में पाए गए संक्रमित मरीज के निवास स्थल के आसपास के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है.
कोरोना को लेकर जारी आदेश अनुसार संक्रमित के निवास एरिया को इपिसेंटर घोषित करते हुए, 200 मीटर परिधि में आने वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट बनाया गया है. वहीं इससे लगे 5 किलोमीटर की परिधि के अतिरिक्त क्षेत्र को बफर जोन घोषित किया गया है. कंटेनमेंट एरिया के अन्तर्गत आवागमन को पूरी तरह से प्रतिबंधित रखा गया है. एरिया के समस्त निवासियों को होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है, ताकि प्रतिबंधात्मक आदेशों का क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सकें.
कंटेनमेंट एरिया और बफर जोन को छोड़कर शेष नगरीय क्षेत्र में पैरामीटर कन्ट्रोल करने के लिए आवश्यक सुविधाओं के अतिरिक्त किसी भी प्रकार से लोगों का बाहर जाना प्रतिबंधित किया गया है. कंटेनमेंट क्षेत्र के एक्जिट पाइंट पर स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा सतत् स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके अलावा कंटेनमेंट एरिया के समस्त घरों का सर्वें निर्धारित किया जाएगा.
घोषित तीन कंटेनमेंट जोन के सर्विलेंस के लिए एसडीएम महेन्द्र सिंह कवचे को प्रभारी अधिकारी बनाया गया है, जिसके तहत तीन सदस्यीय दल गठित की गई है, जिसमें एसडीओपी ज्योति उमठ सहित संबंधित नगरीय निकाय के सीएमओ को शामिल किया गया है. साथ ही सीएमएचओ को कंटेनमेंट एरिया के लिए विशेष तौर पर फिजिशियन, एपीडिमियोलिस्ट, पैथालॉजिस्ट, माइक्रोबायोलाजिस्ट, डाक्यूमेंटेशन सहित मेडिकल मोबाईल यूनिट रखने के निर्देश दिए गए हैं.
कलेक्टर ने समस्त वार्ड वार फ्रंटलाईन स्वास्थ्य कार्यकर्ता, एलएलवी, एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित सुपरवाईजर टीम को 50 घरों का भ्रमण कर जानकारी देने के निर्देश दिए हैं. जहां निर्धारित प्रोफार्मा-2 में रिपोर्ट आईडीएसपी नोडल ऑफिसर को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.
कलेक्टर ने निर्देश दिया है कि समस्त टीम कोविड-19 सस्पेक्टेड केस की मॉनिटरिंग प्रतिदिन करेंगे. संक्रमण के संभावित लक्षण जैसे सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, गले में दर्द होने पर रेपिड रिस्पांस टीम को सूचना देना सुनिश्चित करेंगे. वहीं कोविड-19 संक्रमण के पॉजिटिव केस के परिजन सहित सम्पर्क में आए लोगों को होम क्वारंटाइन कराया जाएगा, जिससे कोरोना को समुदाय में फैलने से रोका जा सकें. ऐसे घरों का विजिट और फोन की मदद से प्रतिदिन फोलोअप लेना होगा, जब तक सस्पेक्टेड केस की रिपोर्ट निगेटिव ना आ जाए.